नरेंद्र मोदी की तरफ से फ़िर्कापरस्ती का ज़हर घोल देने का इल्ज़ाम आइद करने के एक दिन बाद सदर कांग्रेस सोनिया गांधी ने जवाबी वार करते हुए सवाल किया कि क्या किसी एसे शख़्स को वज़ीर-ए-आज़म के ओहदे के लिए मौज़ूं समझा जा सकता है जो झूट बोलता हो।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी फ़िर्कावाराना हम आहंगी में यक़ीन रखती है। हम मुल्क को मुत्तहिद करने में यक़ीन रखते हैं। मुनक़सिम करने में नहीं। उन्होंने कहा कि अगर कोई शख़्स बुलंद बाँग दावे करता है और खुल कर झूट बोलता है तो क्या वो वज़ीर-ए-आज़म के ओहदे का अहल होसकता है।
वो राम गढ़ में एक इंतेख़ाबी जलसे से ख़िताब कररही थीं। मोदी का नाम लिए बगै़र जिन्होंने कल सोनिया गांधी को शाही इमाम जामा मस्जिद दिल्ली से मुलाक़ात पर तन्क़ीद का निशाना बनाया था, वाज़िह हवाला देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मुल्क को कई संगीन मसाइल दरपेश हैं जिन से उसे निमटना है।
वो वाज़िह तौर पर करप्शन के बारे में कांग्रेस पर मोदी की तन्क़ीद का हवाला दे रही थीं। सोनिया गांधी ने कहा कि ये एक संगीन मसला है और अगर किसी पार्टी ने उसे कुचलने के इक़दामात किए हैं तो ये यक़ीनी तौर पर कांग्रेस पार्टी है। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की ज़ेर-ए-क़ियादत कांग्रेस ने कई तरक़्क़ीयाती इक़दामात किए हैं और इनफ्रास्ट्रक्चर के इस्तिहकाम के लिए कई प्रोग्राम शुरू किए हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी मुल्क में ग़िज़ाई तमानियत क़ानून के मुमासिल क़ानून नहीं है जो रियायती क़ीमतों पर ग़िज़ाई अजनास की फ़राहमी और बच्चों को नाक़िस तग़ज़िया से तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करने की ज़मानत देता हो। उन्होंने कहा कि देही रोज़गार तमानियत स्कीम मुलाज़िमत के मौक़े फ़राहम करती है।
सदर कांग्रेस ने कहा कि कांग्रेस ने जंगलात के हुक़ूक़ का क़ानून भी मंज़ूर किया है ताकि कबायलियों के मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ किया जा सके। झारखंड में माओसट तशद्दुद का हवाला देते हुए जहां के 24 में से 20 अज़ला नक्सलिज़म से मुतास्सिर हैं। सोनिया गांधी ने उनसे अपील की कि हथियार डाल दें और असल धारे में वापिस आजाऐं।
उन्होंने कहा कि मुल्क की तरक़्क़ी में तशद्दुद एक बड़ी रुकावट है इस लिए वो अपने तमाम भाईयों और बहनों से अपील करती हैं कि असल धारे में शामिल होजाएं।