टला बड़ा हादसा, दीवार तोड़कर निकली दिल्ली मेट्रो

नई दिल्लीः दक्षिण दिल्ली और नोएडा को जोडऩे वाली मजेंटा लाइन मेट्रो ट्रेन के मंगलवार को परीक्षण के दौरान बड़ा हादसा होने से टल गया। दिल्ली की इस पहली चालकरहित मेट्रो ट्रेन को 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाकर रवाना करने वाले हैं।

चालकरहित यह मेट्रो ट्रेन कालिंदी कुंज डिपो के पास दीवार तोड़कर बाहर की तरफ निकल गई। हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। वहीं इस हादसे पर मेट्रो का परिचानल करने वाली संस्था डीएमआरसी अपनी गलती मान ली है। डीएमआरसी के अनुसार, ट्रेन को धुलाई के लिए वर्कशॉप में लाया गया था। लेकिन धुलाई के बाद ब्रेक की जांच किए बिना ही ट्रेन को रवाना कर दिया गया।

दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) से घटना पर रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

बताया जा रहा है कि तकनीकी खामियों की वजह से यह हादसा हुआ है और ब्रेक नहीं लग पाया जिसकी वजह से ट्रेन दीवार तोड़कर बाहर की तरफ निकल गई। मेट्रो सूत्रों का कहना है कि हादसे की जांच कराई जाएगी।12.64 किलोमीटर मजेंटा लाइन मेट्रो ट्रेन नोएडा के बॉटनिकल गार्डेन से दक्षिण दिल्ली के बीच चलेगी। इससे करीब 13 किलोमीटर का सफर लगभग 20 मिनट में पूरा किया जा सकेगा।

वर्तमान में इस दूरी को तय करने में 52 मिनट का वक्त लग रहा है। मैजेंटा लाइन का प्लान बोटेनिकल गार्डेन से जनकपुरी तक का है लेकिन अभी सिर्फ कालकाजी मंदिर तक ही काम पूरा हो पाया है। फिलहाल नोएडा से साउथ दिल्ली जाने के लिए यात्रियों को मंडीहाउस पर मेट्रो बदलनी पड़ती है। इससे समय और पैसा दोनों क्षति होती है। नोएडा से साउथ दिल्ली की 12.64 किलोमीटर की दूरी पर फिलहाल ट्रायल रन हो रहा है। इसे लाइन-8 नाम दिया गया है।