टामिलनाडो को पानी की इजराई से कर्नाटक में सूरत-ए-हाल संगीन(स्थिति गंभीर)

कर्नाटक के क़ाइदीन का इद्दिआ, मर्कज़ी वुज़रा और बी जे पी अरकान पार्ल्यमंट की वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) डाँक्टर मनमोहन सिंह से मुलाकातें

पार्टी ख़ुतूत से बालातर होते हुए कर्नाटक से ताल्लुक़ रखने वाले कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के क़ाइदीन, वुज़रा, वगैरह ने आज वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) डाँक्टर मनमोहन सिंह से मुलाक़ात की। इन क़ाइदीन ने कावेरी रीवर अथॉरीटी कीजानब से टामिलनाडो को यौमिया 9,000 केवज़कस पानी जारी करने कर्नाटक को दी गई हिदायत पर तशवीश का इज़हार किया है। इन क़ाइदीन ने अपनी मुलाक़ात में वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) से कहा कि इस फैसले पर नज़रसानी की जाय।

कर्नाटक से ताल्लुक़ रखने वाले मर्कज़ी वुज़रा और बी जे पी के अरकान पार्ल्यमंट ने डाँक्टर सिंह से अलैहदा मुलाक़ात की और कावेरी अथॉरीटी के फैसले से कर्नाटक में पैदा होने वाली मुश्किल-ओ-पेचीदा सूरत-ए-हाल से वाक़िफ़ करवाते हुए फैसले पर नज़रसानी की ख़ाहिश की। कर्नाटक के वुज़रा एस एम कृष्णा, मल्लिकार्जुन खरगे और के एच्च मनीअप्पा ने वज़ीर-ए-आज़म से कहा कि रियासत में सूरत-ए-हाल इस फैसले की वजह से संगीन होगई है।

बी जे पी के अरकान पार्ल्यमंट ने मुतालिबा किया कि कावेरी रीवर अथॉरीटी के फैसले पर नज़रसानी की जाय। अथॉरीटी ने 20 सितंबर से 15 अक्टूबर तक यौमिया 9,000 केवज़कस पानी की इजराई अमल में लाने की हिदायत दी थी। मिस्टर खरगे ने वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) से मुलाक़ात के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि हम ने ये मसले फ़ौरी हल करने की इन से ख़ाहिश की है, क्योंकी सूरत-ए-हाल बहुत संगीन है।

इस लिए हम ने वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) से इस मसले की यकसूई के लिए रुजू होने का फैसला किया था। उन्हों ने बताया कि अथॉरीटी के इस फैसले के नतीजे में पीने के पानी का मसला पैदा होजाएगा, खासतौर पर बैंगलौर, मानडया, हासन और मैसूर में ये सूरत-ए-हाल होगी और खड़ी फसलों को भी नुक़्सान होसकता है जो पहले ही पानी की क़िल्लत(कमी) का शिकार हैं। मिस्टर मनीअप्पा ने बताया कि कर्नाटक में कावेरी के आबगीर इलाक़ों में बारिश का मौसम ख़तम‌ होचुका है। अब मानसून टामिलनाडो में शुरू होगा।

सब से अव्वलीन(पहले) तरजीह पीने के पानी की होनी चाहीए, चाहे रियासत कोई भी हो। ज़रूरत इस बात की है कि कावेरी नगर इनकार कमेटी तमाम हक़ायक़ पेश करे जिस की बुनियाद पर वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) डाँक्टर मनमोहन सिंह फैसला करेंगे। एक मर्कज़ी टीम दोनों ही रियासतों का दौरा करेगी और कावेरी नगर इनकार कमेटी को अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। ये कमेटी 11 अक्टूबर को अपने इजलास(मीटींग‌) में फैसले करेगी कि 15 अक्टूबर के बाद कर्नाटक की तरफ‌ से टामिल‌नाडो को कितना पानी जारी किया जाय।

16 अरकान(सदस्यों) पार्ल्यमंट पर मुश्तमिल बी जे पी के वफ़द ने भी वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) से मुलाक़ात की। वफ़द ने उन्हें बताया कि रियासत में पानी की ज़रूरियात और तलब में इज़ाफ़ा होगया है और ज़ख़ाइर आब की सतह में कमी आती जा रही है। उसे मे रियासत को मसाइल का सामना करना पड़ सकता है। मुलाक़ात के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए रुकन पार्ल्यमंट मिस्टर अनंत कुमार ने कहा कि पिछ्ले 20 दिन से कर्नाटक की तरफ‌ से रोज़ाना 21 टी एम सी फीट पानी जारी किया जा रहा है। उसे में हम वज़ीर-ए-आज़म(प्रधानमंत्री) से मुतालिबा करते हैं कि वो अपने फैसले और हिदायत पर नज़रसानी करें और पानी की इजराई को फ़ौरी असर के साथ रोक देने के अहकाम जारी करें।

इससे पहले चीफ मिनिस्टर कर्नाटक मिस्टर जगदीश शेटर ने वज़ीर ख़ारिजा एस एम कृष्णा से मुलाक़ात की थी। कहा जा रहा था कि कर्नाटक क़ाइदीन कावेरी अथॉरीटी के फैसले पर नज़रसानी के लिए मर्कज़ से नुमाइंदगी का मंसूबा बनारहे हैं। मिस्टर एस एम कृष्णा ने पानी की इजराई रोकने की दरख़ास्त के साथ पिछ्ले हफ़्ते भी वज़ीर-ए‍-आज़म(प्रधानमंत्री) को एक मकतूब(खत‌) रवाना किया था। अथॉरीटी के फैसले के ख़िलाफ़ कर्नाटक में ज़बरदस्त एहतिजाज(विरोध) भी किया जा रहा है।