टिकट कटने से नाराज बीजेपी सांसद ने छोड़ी पार्टी, लड़ेंगे निर्दलीय चुनाव

भारतीय जनता पार्टी के बागी लोकसभा सांसद रामटहल चौधरी ने बुधवार को यहां पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की. एक संवाददाता सम्मेलन में रामटहल चौधरी ने कहा, “मैंने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मैं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ूंगा और 16 अप्रैल को नामांकन दाखिल करूंगा.”

बीजेपी ने राज्य के चार मौजूदा सांसदों रामटहल चौधरी (रांची), रबिंद्र राय (कोडरमा), रबिंद्र पांडे (गिरीडीह) और करिया मुंडा (खुती) के टिकट काट दिए हैं. पार्टी ने चौधरी की जगह राज्य के खादी बोर्ड के अध्यक्ष संजय सेठ को चुनाव मैदान में उतारा है. उन्होंने कहा, “मेरा टिकट काटने और रांची से नया चेहरा उतारने पर पार्टी ने मुझसे पूछा तक नहीं. मैंने पीएम के नाम पर लोकसभा चुनाव नहीं जीता था. मुझे सच बोलने के लिए दंडित किया गया है.” उन्होंने रघुबर दास नीत राज्य की बीजेपी सरकार के प्रति अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, “रघुबर दास सरकार को लोगों के कल्याण से कोई लेना-देना नहीं है.”

5 बार सांसद रह चुके हैं चौधरी
रामटहल चौधरी बीजेपी से 5 बार सांसद रह चुके हैं. चौधरी ने 1991 में पहली बार रांची सीट पर बीजेपी का परचम लहराया था. फिर वह लगातार चार बार सांसद रहे. 1996, 1998, 1999 चुनाव भी चौधरी ने जीता. 2004 और 2009 के चुनाव में कांग्रेस के सुबोधकांत सहाय ने उन्हें हराया. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने उन्हें फिर मैदान में उतारा. मोदी लहर पर सवार होकर एक बार फिर से चौधरी सांसद बनने में कामयाब रहे. चौधरी छठी बार टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने इनकार कर दिया.

स्टार प्रचारकों की सूची में था नाम
मजेदार बात तो यह है कि बीजेपी ने मंगलवार को जिन 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी, उसमें रामटहल चौधरी का भी नाम शामिल है. महतो का कहना है कि उनकी सीट में महतो वोटर की तादाद बहुत ज्यादा है. चौधरी ने कहा, “मैंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और झारखंड इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ को पत्र भेज दिया है. मैं रांची से 16 अप्रैल से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल करूंगा.”