टीआरएस में वुज़रा और अरकाने असेंबली की परफॉरमेंस का सर्वे

हैदराबाद 16 अगस्त: टीआरएस हुकूमत की दो साला तकमील पर चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना केसीआर ने इंटेलिजेंस के अलावा ख़ानगी एजेंसीयों से वुज़रा और अरकाने असेंबली की कारकर्दगी पर सर्वे करवाई है।

पार्टी में ग्रुप रेटिंग्स को फ़रोग़ देने वाले क़ाइदीन पर कड़ी नज़र रखी गई है। बदउनवानीयों और बेक़ाईदगियों में शामिल होने वाले अरकाने असेंबली अरकाने पार्लियामेंट को मुलाक़ात का वक़्त देने से इनकार करते हुए उनके हलक़ों में दूसरे दर्जा के क़ाइदीन को उभारने पर तवज्जा दे रहे हैं।

बावसूक़ ज़राए से पता चला हैके 14 साल तक जद्द-ओ-जहद करते हुए अलाहिदा तेलंगाना रियासत हासिल करने वाले चीफ़ मिनिस्टर तेलंगाना केसीआर कम अज़ कम आइन्दा दस साल तक रियासत में टीआरएस हुकूमत का दबदबा बरक़रार रखने का मन्सूबा तैयार करते हुए काम कर रहे हैं।

मुख़्तलिफ़ सियासी जमातों के 26 अरकाने असेंबली को हुकमरान जमात टीआरएस में शामिल करते हुए अप्पोज़ीशन जमातों को बे-जान करने में कामयाब होने वाले सरबराह टीआरएस हुकूमत के दो साल की तकमील के बाद हुकूमत और पार्टी पर ख़ुसूसी तवज्जा दे रहे हैं।

वर्ंगल के चंद अरकाने असेंबली पर सरकारी आराज़ीयात पर नज़र रखने रूडी शीटरस की ख़िदमात से इस्तेफ़ादा करने हुकूमत के नाम का बे-जा इस्तेमाल करने की भी शिकायत है।कॉन्ट्रैक्टर्स से मामूल तलब करने वाले क़ाइदीन को रियासती वज़ीर आबपाशी हरीश राव‌ से वार्निंग दिलाते हुए उन्हें अपने रवैये में तबदीली करने की भी हिदायत दिलाई गई है।