रियासत के सरकारी असात्ज़ा तरबियत अदारों और कॉलेजों (जहां दो साला कोर्स चलाये जा रहे हैं) में अब असात्ज़ा अहलियत इम्तिहान (टीइटी) पास बिना तरबियत उम्मीदवारों या असात्ज़ा का ही दख्ल होगा।
टीइटी का मार्क्स ही दाखले की बुनियाद होगी। तालिम महकमा ने जिला तालिम और तरबियत अदारों (डायट) और प्रयमरी टीचर तालिम कॉलेज (पीटीइसी) में दाखले की दस्तूरुल अमल में तबदीली किया है। साथ ही इनके प्रिन्सिपल को हुक्म दिया गया है कि वे नामजदगी के लिए इश्तेहार निकालने की फौरन अमल शुरू कर दें।
नयी दस्तूरुल अमल को लेकर अब तक नामजदगी काम शुरू नहीं पाया है, जबकि अमूमन जुलाई-अगस्त में नमज़दगी हो जाता है।
राज्य में 56 अदारे हैं, जहां दो साला असात्ज़ा तरबियत दिया जाता है। यहां से तरबियत हासिल तालिबे इल्म प्रयमरी और मिडिल स्कूल में तकर्रुरी के लिए काबिल माने जाते हैं। रियासत में इनकी सीटें तकरीबन पांच हजार हैं।