अकोला। महाराष्ट्र के अकोला जिले में वाके जवाहर नवोदय विद्यालय में पढने वाली 55 तालिबात ने दो टीचरों पर जिंसी इस्तेहसाल का इल्ज़ाम लगाया है। इस मामले में मुतास्सिरा ने स्कूल के दो टीचरों राजन गजभिए (42) और शैलेश रामटेके (49) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
थाने में मामला दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। अभी तक दोनों मुल्ज़िम टीचर फरार है। पुलिस के मुताबिक स्टूडेंट ने अपनी शिकायत में कहा कि टीचर गंदे इशारे और काबिल ऐतराज़ कमेंट करते हैं। इतना ही नहीं, मौके का फायदा उठाकर छेडछाड भी करते हैं। टीचर प्राइवेट पार्ट्स के बारे में बात करते हैं।
कैंडल लेकर यह बताते हैं कि कंडोम का इस्तेमाल कैसे किया जाता है। इन बातों से लडकियां डिप्रेशन का शिकार हो रही है। ऐसा तकरीबन चार साल से चल रहा है। हालांकि, पहले पुलिस ने केस दर्ज करने से इंकार कर दिया। लेकिन, महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की रूकन डॉ आशा मिर्गे के दखल के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।
मिर्गे ने अकोला के कलेक्टर और एसपी को पूरे मामले से वाकिफ कराया। मिर्गे को 27 मार्च को शिकायत मिली थी कि दो तालिबात का जिंसी इस्तेहसाल हुआ है। इसके बाद वे जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल आर सिंह से मिलीं।
मिर्गे ने कहा कि प्रिंसिपल ने उन्हें बताया था कि 22 और 23 मार्च को स्कूल के कमीशन ने पुणे कमिश्नर को रिपोर्ट भेजी थी।
मिर्गे ने यह भी बताया कि 25 मार्च को एक टीचर दोनों स्टूडेंट में से एक के घर गया था। उसके बाद शिकायत वापस ले ली गई थई। दोनों स्टूडेंट की उम्र तकरीबन 17 साल है और दोनों 12 वीं क्लास में पढती हैं।
इम्तेहान खत्म होने के बाद दोनों अपने घर चली गईं। उसके बाद मिर्गे ने स्कूल के स्टूडेंट्स से बात करने का फैसला किया। जब 55 स्टूडेंट्स ने अपनी शिकायते बताई तो वे भी दंग रह गई। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।