टीपू की झांकी सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर

यौमे जम्हूरिया के मौक़े पर परेड में हुकूमते कर्नाटक ने 18 वीं सदी के हुक्मराँ टीपू सुलतान के दौर पर मबनी झांकी पेश की थी। अब सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर ये एक गर्मा गर्म मौज़ू बन चुका है।

कई लोगों ने हुकूमत की जानिब से टीपू सुलतान के इस यादगार दौर को ताज़ा करने का ख़ैरमक़दम किया, जबकि बाज़ ने मुख़ालिफ़त करते हुए तन्क़ीदें भी की हैं। राजपथ पर कल टीपू सुलतान के दौर पर मबनी झांकी पेश करते हुए उन्हें एक हीरो क़रार दिया गया,
जो अंग्रेज़ों के साथ लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए।

ट्वीटर पर बाअज़ तन्क़ीद निगारों का ये मौक़िफ़ है कि टीपू सुलतान को इस तरह ख़राज पेश करने की कोई वजह नहीं है, क्योंकि वो कई लोगों की हलाकत के ज़िम्मेदार हैं। दूसरी तरफ़ बाअज़ लोगों ने इस बात पर ख़ुशी का इज़हार किया कि हुकूमते कर्नाटक ने तारीख़ के अज़ीम दौर की याद ताज़ा करदी। बाअज़ ने कहा कि तारीख़ के अस्बाक़ से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है।