हैदराबाद 12 नवंबर: डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने वाज़िह किया कि टी आर एस हुकूमत मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के वादे पर क़ायम है, ताहम उस के लिए मुसलमानों को कुछ इंतेज़ार करना पड़ेगा।मौलाना अबुल-कलाम आज़ाद के यौम-ए-पैदाइश के मौके पर मुनाक़िदा यौम अक़लियती बहबूद से ख़िताब करते हुए महमूद अली ने तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के मसले पर टी आर एस के मौक़िफ़ को दुहराया।
उन्होंने कहा कि 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के लिए मर्कज़ी हुकूमत की ताईद ज़रूरी है और टामिलनाडु की तर्ज़ पर तहफ़्फुज़ात में इज़ाफे़ के सिलसिले में तेलंगाना हुकूमत वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से नुमाइंदगी करेगी।
उन्होंने इस सिलसिले में मर्कज़ी वज़ीर बंडारू दत्तात्रेय से तआवुन की अपील की। उन्होंने कहा कि असेंबली और कौंसिल में तहफ़्फुज़ात के हक़ में क़रारदाद की मंज़ूरी में कोई दुशवारी नहीं है लेकिन हुकूमत तहफ़्फुज़ात जैसे हस्सास मसले पर कोई भी फ़ैसला उजलत पसंदी में लेना नहीं चाहती।
मुहम्मद महमूद अली ने कहा कि चुनाव से पहले मुसलमानों और दर्ज फ़हरिस्त अक़्वाम की तरफ से तहफ़्फुज़ात के मुतालिबे के बग़ैर ही के सी आर ने दोनों तबक़ात को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने तहफ़्फुज़ात में इज़ाफे का मुतालिबा नहीं किया , उस के बावजूद चीफ़ मिनिस्टर ने हर शोबे में मुसलमानों की तरक़्क़ी को पेशे नज़र रखते हुए अपने तौर पर ये वादा किया है और वो इस वादे की तकमील में संजीदा है।
मौलाना अबुल-कलाम आज़ाद को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश करते हुए महमूद अली ने कहा कि मुल्क के पहले वज़ीर-ए-तालीम की हैसियत से मौलाना आज़ाद ने मुसलमानों में तालीमी पसमांदगी के ख़ातमे की कोशिश की। उन्होंने कहा कि हुकूमत मौलाना आज़ाद के ख़ाबों की तकमील की कोशिश करेगी और हर मुस्लमान को तालीम से आरास्ता किया जाएगा।
उन्होंने इस सिलसिले में केजी ता पी जी मुफ़्त तालीम की स्कीम का हवाला दिया। महमूद अली ने कहा कि आइन्दा तालीमी साल से तेलंगाना में अक़लियती तलबा और तालिबात के लिए 60 अक़ामती मदारिस का आग़ाज़ किया जा रहा है।