टी आर एस में कारकुनों का एहतेराम और मुसतहिक़ा मुक़ाम

तेलंगाना राष़्ट्र समीती के रुक्न क़ानूनसाज़ कौंसिल के प्रभाकर ने दावा किया कि सिर्फ टी आर एस में ही कारकुनों का एहतेराम और उन्हें मुसतहिक़ मुक़ाम दिया जाता है इस की ताज़ा मिसाल वारंगल से पी दयाकर को लोक सभा के लिए मुंतख़ब करना है।

मीडिया के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए के प्रभाकर ने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर चन्द्र शेखर राव ने एक आम कारकुन को लोक सभा का टिकट देकर ये साबित कर दिया कि पार्टी में कारकुनों की किस क़दर अहमीयत है।

उन्होंने कहा कि दस्तूर की मंज़ूरी के 66 साल मुकम्मल हो गए और टी आर एस ने दस्तूर की हक़ीक़ी रूह का एहतेराम करते हुए आम आदमी के साथ इन्साफ़ किया है। उन्होंने कहा कि वारंगल का नतीजा दरअसल टी आर एस हुकूमत की कारकर्दगी पर अवामी ताईद का इज़हार है।