तेलंगाना क़ानूनसाज़ कौंसिल में क़ाइद अपोज़ीशन मुहम्मद अली शब्बीर ने टी आर एस हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो साबिक़ हुकूमतों की यादगारों को मिटाने के एजेंडा में तेलंगाना के तालिबान जैसा काम कर रही है।
यहां एक बयान में मुहम्मद अली शब्बीर ने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली के हालिया रिमार्क्स की मुज़म्मत की जिन्हों ने तारीख़ी चारमीनार को मुनहदिम करने की वकालत की है।
हालाँकि मुग़ल शहनशाह औरंगज़ेब ने भी जब उन्हों ने गोलकुंडा को फ़तह किया था तो चारमीनार को छोड़ दिया था जबकि उन्हों ने क़ुतुब शाही बादशाहों की जानिब से तामीर की गई ख़ूबसूरत इमारतों को मुनहदिम कर दिया था।
उन्हों ने चारमीनार को हाथ नहीं लगाया क्योंकि उस की दूसरी मंज़िल पर एक मस्जिद है। ताहम डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने ऐसा मालूम होता है कि इन हक़ायक़ को नजर अंदाज़ कर दिया है और उन के बॉस चीफ़ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव को ख़ुश करने के लिए तारीख़ी यादगार इमारत का इन्हिदाम चाहते हैं।
उन्हों ने कहा कि तालिबान और आई एस आई एस जंगजूओं ने महज़ उन की बरतरी जताने के लिए उन के ममालिक में पुरानी इमारतों को मुनहदिम किया।
उसी तरह के सी आर ने सेक्रेट्रीएट, चेस्ट हॉस्पिटल और अब उस्मानिया जेनरल हॉस्पिटल को मुनहदिम करने की ख़ाहिश का इज़हार किया है और वो तारीख़ में आसिफ़ जाहि ख़ानदान की यादगार इमारतों को मिटाने वाले शख़्स बनना चाहते हैं।
मुल्क का एक क़दीम हॉस्पिटल आई एन एच एस (इंडियन नेवल हॉस्पिटल शिप) असवीनी हॉस्पिटल वाक़े कोलाबा मुंबई को 1756 में तामीर किया गया था। सेंट बार थोलू मेव (123 में क़ायम किया गया) , बीतहहीलम रॉयल हॉस्पिटल 1247 की तामीर और 1851 में तामीर किए गए रॉयल माएरसडन, तमाम लंदन में वाक़े हैं और अब भी हॉस्पिटल्स के तौर पर ख़िदमात अंजाम दे रहे हैं।