हैदराबाद 04 अप्रैल: टीचर्स के होने वाले अहलीती इमतेहान टेट में कामयाबी के लिए अक़ल्ल तरीन निशानात 60 फ़ीसद यानी 90 निशानात और 50 फ़ीसद के लिए 75 निशानात के हुसूल की शर्त है। उम्मीदवारों को लाहक़ दुश्वारियाँ दूर करने के लिए स्टडी टेक्निक और 30 30 ऑब्जेक्टिव टाइप नौईयत के सवालात की मज़मून वारी माहिरीन के लेक्चररस से काफ़ी मदद मिलेगी।
इन ख़्यालात का इज़हार माहिरीन ने यहां दफ़्तर सियासत के महबूब हुसैन जिगर हाल पर टेट उम्मीदवारों के मीटिंग से खिताब किया जिसमें शहर और अज़ला के सैंकड़ों तलबा तालिबात ने शिरकत की।
अबदुर्रशीद लेक्चरर डाईट नागाराम ने बच्चों की नफ़सियात के साथ दुसरे मज़ामीन के तरीक़ा तदरीस में पूछे जानेवाले सवालात की नौईयत को बतलाया और कहा कि सिर्फ दस फ़ीसद सवालात मुख़्तसर किताबी आते हैं माबक़ी सवालात तवील किस्म के होते हैं । सवालात नए होते हैं उनको समझने के लिए लेक्चर में जो बातें बताई जाती हैं इस को ग़ौर से समाअत करना होगा ताके सवाल को समझ कर जवाब दिया जा सके।
उर्दू ज़बान के मज़मून के टेट में 30 निशानात हैं और अक्सर स्टूडेंट्स इस पर ज़्यादा तवज्जा नहीं देते और निशानात कम हासिल करते हैं इस लिए उर्दू ज़बान की तदरीस और तरीक़ा तालीम पर मुहम्मद महबूब ने लेक्चर देते हुए कहा कि आम तौर पर टेट को सिर्फ अहलीती इमतेहान समझा जाता है जबकि ये भी मसाबिकती नौईयत का है और इस के जुमला निशानात का 20 फ़ीसद डी एससी में शुमार किया जाता है।