यहां मुनाक़िद हुए टेलीकॉम कन्ज़्यूमर एजूकेशन वर्कशॉप में मुक़र्रिरीन ने कहा कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में शदीद मुसाबक़त है जहां कई कंपनियां सरगर्म अमल हैं क्वालिटी सरविस और टैरिफ निज़ाम मार्किट में अहम रोल अदा करते हैं । चीफ जनरल मैनिजर भारत संचार निगम लिमिटेड ( बी एस एन एल ) वी सिरिनिवास ने कहा कि जब मोबाईल फ़ोन नए नए मार्किट में आए थे तब फ़ी मिनट काल की शरह 32 रुपये थी ।
कस्टमर्स की तादाद में इज़ाफ़ा और शदीद मुसाबक़त के बाइस अब काल शरहें इंतिहाई मामूली होगई हैं । कमिशनर सिविल स्पलाईज़-ओ-उमूर सारेफ़ीन हरप्रीत सिंह ने सारफ़ीन के मफ़ादात के तहफ़्फ़ुज़ की अहमियत को उजागर किया । UNINOR के बिज़नस सर्कल के सरबराह सतीश कुमार कनान ने कहा कि इन की कंपनी ने कस्टमर्स की शिकायात के 48 घंटों के अंदर अज़ाला के लिए 777 नंबर के साथ वाइस रेस्पांस सिस्टम क़ायम किया है ।
टाटा टेलीकॉम सरविस के नूडल ऑफीसर धीरज छतलानी कन्ज़्यूमर को आर्डिनेशन कौंसल के नायब सदर नशीन एम कृष्णा रेड्डी ने भी मुख़ातब किया ।।