ट्रकों की देशव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का तीसरा दिन है। इस हड़ताल से देश को रोजाना तकरीबन 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपॉर्ट कांग्रेस (AIMTC) की माने तो हड़ताल से ट्रेड-इंडस्ट्री को सभी तरह के ट्रांजैक्शंस जोड़कर रोजाना 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है, जिसमें करीब 4,000 करोड़ रुपये की चपत अकेले ट्रांसपॉर्ट सेक्टर को लग रही है। ज्यादातर बड़े उद्योग-व्यापार केंद्रों पर बुकिंग, लोडिंग, अनलोडिंग में 70% की कमी दर्ज की गई।
ट्रक ऑपरेटर्स तीन दिनों तक सब्जियों, फलों और जीवनदायिनी दवाओं का स्टाक बनाकर रखा है। यही वजह है अब ट्रक ऑपरेटर्स ने रोजमर्रा सामनों की बुकिंग बंद कर दी है।
ऐसे में रविवार तक सब्जी और दवाओं की आपूर्ति जारी रहेगी। उसके बाद इन सामानों पर भी असर दिखना शुरू हो जाएगा।कपड़े, भवन निर्माण सामग्री, अनाज, स्टेशनरी, आटा, तेल और घी की सप्लाई प्रभावित हो रही है। कई जगह रास्ते में इनके भरे हुए ट्रक खड़े हैं तो कई जगह से रवाना नहीं हुए।