सना: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पद संभालते ही बहुत बड़ी गलती के शिकार हो गए हैं, आतंकवाद के खिलाफ़ इनका पहला वार गलत निशाने पर हुआ, यमन में की गई इस कार्रवाई के नतीजे में एक बेकुसूर 8 साला मासूम लड़की की मौत हो गई.
अधिकारीयों ने बताया कि आतंकवाद के खिलाफ़ अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के पहले धावे में मरने वालों में एक 8 साला मासूम नवार अल औल्की भी शामिल है. नवार अमरीकी अलक़ायदा के नेता अनवार अल औल्की की बेटी है, जिसे 2011 में एक कार्रवाई के दौरान मार दिया गया था, इस कार्रवाई में मरने वालों में टीम के 6 सदस्य और इन्स्रोलियम औविनस भी शामिल है.
अमेरिकी अधिकारीयों ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पहले कार्रवाई में लगभग सब कुछ गलत हो गया, नवार उर्फ़ नूरा भी उन गैर लड़ाकों में शामिल है, जो लड़ाके के खिलाफ़ नाम निहाद कार्रवाई का बिला वजह निशाना बनी है.
इसके आलावा कई येमेनी महिलायें भी इस कार्रवाई में मारी गई हैं, यमन में हुए इस हमले में मरने वाले अन्य अमेरिकी नागरिक सेल का चीफ पेटी ऑफिसर विलयम रयान औवीनस है.
अनवार के पिता नूरा के दादा नासिर अल औलकी जो यमन के पूर्व कृषि मंत्री भी हैं,का कहना है कि “मेरी पोती कुछ सालों से अपनी मां के साथ रह रही थी और जब हमला हुआ वह उस मकान में बैठे हुए थे. रात 2.30 बजे बंदूक की एक गोली उस की गर्दन को चीरती हुई घुस गई, उस घर में मौजूद अन्य बच्चे और महिलाएं भी मारी गई हैं.”
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प राष्ट्रपति चुनाव अभियान के शुरुआत में ही मुस्लमानों के खिलाफ़ खुलेआम भेदभाव और नफरत का इज़हार करते रहे हैं, और राष्ट्रपति का पद संभालते ही उन्होंने एक हुक्मनामा जारी करते हुए सात मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका आने पर पाबंदी लगा दी. उनके इस फ़ैसले का न सिर्फ अमेरिका बल्कि पूरी दुनियां में विरोध हो रहा है.
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