वाशिंगटन 03 फरवरी: एप्पल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, नेट फलैक्स, फेसबुक,टेस्ला, उबेर और अन्य अमेरिकी कंपनियों ने ट्रम्प के आप्रवासियों के बारे में हुक्मनामा की निंदा करते हुए एक पत्र सदर ट्रम्प को मुसलमानों पर रोक के खिलाफ रवाना किया है। जिस की वजह से पूरे अमेरिका में एहितजाजी मुज़ाहिरे शुरू हो गए हैं।
हुक्मनामे से ऐसे मंत्रियों भी प्रभावित होंगे जो अमेरिका के लिए कड़ी मेहनत करते और उसकी सफलता में अपना हिस्सा अदा करते हैं। सिलिकॉन वैली के उच्चस्तरीय एग्जीक्यूटिव और अन्य अधिकारियों ने इस पर खुल कर आलोचना करते हुए इसे गैर अमेरिकी और बुरा कारोबार क़रार दिया है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की खबर के मुताबिक एप्पल ने सदर ट्रम्प के आप्रवासियों के बारे में हुकमनामे के ख़िलाफ़ अदालती कार्रवाई का भी ऐलान किया है। फेसबुक के सीईओ ने लिखा कि आपके जैसे कई लोगों की तरह मैं भी चिंतित हूँ कि हालिया सदारती हुक्मनामा से क्या प्रभाव पड़ेगा।हम सभी शरणार्थियों के लिए अपने दरवाजे खुले रखना चाहिए। उन्हें मदद की जरूरत है और हम उनकी मदद कर सकते हैं।
गूगल के सीईओ सुन्दर पिचाई ने कहा कि हमें इस हुकमनामे के प्रभाव की चिंता है। इससे गूगल के सदस्यों स्टाफ और उनके परिवार प्रभावित हो सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा कि एक आप्रवासियों और एक सीईओ दोनों की हैसियत रखता हूँ। आप सबने हमारी कंपनी में आप्रवासियों के बेहतर असर देखा है। ट्वीटर के सीईओ जैक डोर्सी भी प्रवासियों के बारे में ट्रम्प के हुकमनामे की निंदा की और कहा कि उसके इन्सानी हमदर्दी की बुनियाद पर और मआशी बुनियाद पर असरात दरहक़ीक़त परेशानकुन हैं।