दुबई: खाड़ी अरब राज्य व्हाइट हाउस के प्रमुख के बदलने पर खुल्लम खुला तो नहीं लेकिन खुशी ज़ाहिर कर रही हैं। इस का कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का ईरान विरोधी होना है।
विश्लेषकों के अनुसार दुनिया भर में जहां एक तरफ कई देशों ने ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के भाषण को चिंता से सुना वहीं खाड़ी अरब राज्य नए अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से काफी आशावादी नजर आती हैं। खाड़ी शासक ट्रम्प में एक ऐसा मजबूत राष्ट्रपति देख रहे हैं जो क्षेत्र में अमेरिका की भूमिका के हवाले से उसके सामरिक भूमिका को अधिक मजबूत करेगा।
डी डब्ल्यू के अनुसार विशेष रूप से सऊदी अरब बराक ओबामा की विदाई से संतुष्ट दिखाई देता है। अमेरिका और सऊदी अरब के बीच संबंध मध्य पूर्व की सुरक्षा के स्तंभ के रूप में देखा जाता है लेकिन इस संबंध में सन 2011 में ‘अरब बहार’ के बाद से ईरान द्वारा अमेरिकी झुकाव के बाद नुकसान पहुंचा है।
अमेरिका और खाड़ी देशों के बीच सीरिया के मुद्दे पर उस समय से तनाव है जब पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विद्रोहियों को सहायता देने के लिए अरब देशों की मांग को खारिज कर दिया था। राष्ट्रपति बशर अल असद ईरान और रूस के समर्थन के कारण मजबूत हुए।
एक अनुभवी सऊदी राजनीतिक पर्यवेक्षक अब्दुर्रहमान अल रशीद के अनुसार, ” ट्रम्प इस प्रकार के व्यक्ति दिखाई नहीं देते जो ईरान या किसी भी अन्य देश की ओर झुकाव ज़ाहिर करेंगे। ”
कुछ खाड़ी अरबों के विचार में रियाद और तेहरान में जारी युद्ध को, जो सीरिया, यमन और बहरीन में लड़ी जा रही है, ओबामा की वार्ता के माध्यम से हल करने की प्राथमिकता का स्वागत नहीं कहा गया।