ट्रम्प के विवादास्पद हुक्मनामे के खिलाफ विरोध सारे अमेरिका में फैल गया

न्यूयॉर्क: (सियासत उर्दू) सात मुस्लिम देशों से यात्रा करने वाले लोगों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक से संबंधित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विवादास्पद हुक्मनामे के खिलाफ जारी अमेरिकियों का प्रदर्शन तेज़ी के साथ आज सारे देश में फैल गया. जहां हजारों नाराज़ अमेरिकियों ने सड़कों और ईरपोर्ट पर प्रदर्शन किया. इस दौरान हुक्मनामे के खिलाफ कई अदालतों में मामले दायर किए गए और राष्ट्रपति के आदेश के मुद्दे पर रिपब्लिकन पार्टी में भी बेचैनी फैल गई है.

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व्हाइट हाउज़ में प्रदर्शनकारियों की भीड़ जमा हो गई, और राष्ट्रपति ट्रम्प के विवादास्पद हुक्मनामे के खिलाफ नारे बाज़ी करने लगे. ”अमेरिकी जनता विभाजित नहीं बल्कि एकजुट हैं”, ”कोई नफरत नहीं, कोई डर नहीं, यहाँ शरणार्थियों का स्वागत किया जाता है” जैसे नारे लगाए गए. प्रदर्शनकारियों ने ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के प्रवेश पर 90 दिन के लिए रोक से संबंधित ट्रम्प के हुक्मनामे का विरोध किया. अमेरिका के कई बड़े शहरों और ईरपोर्टस पर भी ऐसे ही विरोध प्रदर्शन किए गए. न्यूयॉर्क के एक जज ने इस देश में जेरे हिरासत लोगों को निर्वासित करने के आदेश पर अंतरिम रोक जारी कर दिया जिसके बाद ट्रम्प के हुक्मनामे के क्रियान्वयन के बारे में उलझन और अनिश्चिता पैदा हो गई है.

सैन फ़्रासीस्को और कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी विरोध प्रदर्शन किए गए, जहां प्रदर्शनकारियों ने सात मुस्लिम देशों की जनता और अन्य कुछ देशों के शरणार्थियों से सहानुभूति और एकता व्यक्त की जिस के अमेरिका में प्रवेश पर ट्रम्प ने रोक लगाया है. डलास फोर्ट वर्थ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दर्जनों मुसलमानों ने जानमाज़ बीछा कर नमाज़ अदा की. पुलिस ने लगभग 50 लोगों को हिरासत में ले लिया. ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के दो सीनेटर सदस्यों ने कहा कि इस हुक्मनामे से जानबूझकर या अनजाने तौर यह संकेत मिलता है कि ” अमेरिका नहीं चाहता है कि मुसलमान हमारे देश आएं. ” हमें डर है कि हुक्मनामे हमारी सुरक्षा में सुधार के बजाय आतंकवादियों के बढ़ोतरी के मामले में अधिक मददगार साबित होगा. अन्य रिपब्लिकन नेताओं ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त किए है. ओहियो के रिपब्लिकन सीनेटर रॉब पोर्टमैन ने कहा कि जांच से संबंधित इस हुक्मनामे की कड़ी जांच नहीं की गई. ”