मुम्बई : हबीब फैसल निर्देशित फिल्म की कहानी-कैदी बैंड फिल्म अंडर ट्राॅयल कैदीयों के एक बेहद गंभीर मुद्दे को उठाती फिल्म है, ये फिल्म वास्तविक जीवन के घटनाक्रमो पर आधारित है अंडर ट्रायल वो कैदी होते है जो जेल में रहते है और उन पर किसी ना किसी चीज से जुडा मुद्द्मा चल रहा है और इस मुकद्दमें में वो गुनागार है से इस बात का फैसला आना अभी बाकि है. भारतीय न्याय व्यवस्था के लिहाज से ये एक बेहद गंभीर मुद्दा है क्योकि हमारी न्यायपलिका के पास जजों की बेहद कमी है इसलिए कई लाख मुकद्दमें अपनी तारीखों का इनतेजार करते रहते है.
जेल में अंडर ट्रायल कैदी संजू यानि की अदर जैन और बिंदू यानि कि आन्या सिंह इस फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे है. 15 अगस्त के दिन सरकारी आदेश पर कैदियों को इस कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुती देनी होती है जिसके लिए जेल में अंडर ट्रायल महिला और पुरूष कैदियों का एक बैंड तैयार किया जाता है. इस बैंड के द्ववारा प्रस्तुत किए गए गीतों को लोग काफी पसंद करते है और ये बैड भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में बेहद पापुलर हो जाता है.
राजनैतिक दबाव और स्वार्थी कारणो से किसी नेता के कहने पर जेल के कैदियों को जेल मे ही रखा जाता है और इसके बाद जेल में कैद ये अंडर ट्राॅयल कैदी अपने बैंड की पाॅपुलैर्टी की आड में जेल से भाग कर दुनिया को भारत के अंडर ट्राॅयल कैदियों के विषय में बताना चाहते है. अब वो अपनी इस कोशिश सफल होते है या नही इसके लिए आपको फिल्म देखने जाना होगा.
फिल्म के मुख्य कलाकर आदर जैन और आन्या सिंह को एक्टींग को लेकर अभी काफी कुछ सिखना बाकी है, फिल्म के बाकी कलाकारों का काम काबिले तारिफ है और सचिन पिलगांवकर को बडे पर्दे पर देखना हमेशा की तरह एक सुखद अहसास देता है.