ट्रेन में चार लड़कियों के साथ तीन दलाल गिरफ्तार, नौकरी के बहाने ले जा रहा था दिल्ली

खुफिया इत्तिला की बुनियाद पर तपस्विनी एक्सप्रेस (18452) में चार लड़कियों के साथ तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया गया। हटिया आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार की कियादत में ट्रेन में छापेमारी की गई। ट्रेन के हटिया स्टेशन पहुंचने से पहले ही जाल बिछा दिया गया था। उन्होंने कहा कि बताये गए हुलिये की बुनियाद पर पांच खातून और दो मर्द को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला साफ हो गया है। वहीं सेक्स रैकेट का मामला भी हो सकता है। जांच की जा रही है। चारों लड़कियों की उम्र 18 से 23 साल के दरमियान है। इस मामले में दो मर्द और एक खातून दलाल शामिल हैं, जो पहले भी कई लड़कियों को दिल्ली पहुंचा चुके हैं। मामले को जीआरपी हटिया को हैंडओवर कर दिया गया है। वहीं चारों लड़कियों के अहले खाना से राब्ता कर उन्हें सौंपा जाएगा। छापेमारी में थाना इंचार्ज कसमुद्दीन और आरपीएफ के जेके पांडेय, सीएस आजाद, विनय कुमार का मदद लिया गया।

तीन लड़कियां ओड़िशा और एक झारखंड की

बताया गया कि सिमडेगा के ओरगा गांव के संगीता बड़ाईक (35) और शौहर लोदरो बड़ाईक (48) चारों लड़कियों को राउरकेला स्टील प्लांट में नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली ले जा रहे थे। इनमें तीन लड़कियां ओडि़शा के पोंगाडीह गांव की रहने वाली हैं और एक बानो की रहने वाली है। तीनों लड़कियां संगीता बड़ाईक के मायके की रहने वाली हैं। उसने तीनों लड़कियों के खानदान वालों को नौकरी के नाम पर बहला-फुसला कर हामी भरवा ली थी।

दिल्ली के शाहदरा तक जुड़ा है मामला

एक लड़की ने बताया कि वह एक साल से दिल्ली के शाहदरा के एक घर में चौका-बरतन का काम करती है। उसे महेश साहू ही दिल्ली ले गया था और 3000 रुपये फी माह दिलाने की बात कही थी। एक साल बाद घर लौटते वक्त महेश ने सिर्फ 15 हजार रुपए दिए थे। उसका भाई कमल साहू शाहदरा दिल्ली में रह कर रैकेट के लिए काम करता है।

मामला ट्रैफिकिंग से जुड़ा हुआ है। वहीं सैक्स रैकेट के मामले से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। दोनों पहलुओं पर जांच हो रही है। दलालों को गिरफ्तार कर जीआरपी को सौंप दिया गया है। वही जांच कर रही है।”