आर टी आई दर्ख़ास्त गुज़ारों को अपनी दर्ख़ास्तों की प्रोसेसिंग के लिए अब तवील इंतिज़ार की ज़हमत से राहत मिल जाएगी क्योंकि महिकमा डाक ने आर टी आई टिकट फ़रोख्त करने का फ़ैसला किया है जिस के लिए ख़ुसूसी काउंटर्स भी क़ायम किये जाऐंगे।
एक सीनियर ऑफीसर ने अपनी शनाख्त मख़फ़ी रखने की शर्त पर बताया कि मर्कज़ी इन्फ़ार्मेशन कमीशन के हुक्म पर महिकमा डाक दस रुपये की मालियत वाले आर टी आई स्टेंप्स जारी करेगा। यही नहीं बल्कि मुल्क भर में मौजूद 1.5 लाख डाकख़ानों में आर टी आई की दर्ख़ास्तों को क़बूल भी किया जाएगा।
विजिटर्स को अब डाकख़ानों में तवील इंतिज़ार की ज़हमत नहीं उठानी पड़ेगी और ना ही आर टी आई की फ़ीस इदख़ाल और फोटोकॉपी चार्जस के लिए मसाइल का सामना करना पड़ेगा क्योंकि मर्कज़ी इन्फ़ार्मेशन कमीशन के रहनुमा या ना ख़ुतूत पर अमल आवरी शुरू करने जा रही है। आर टी आई की दर्ख़ास्तों से निमटने के लिए डाकख़ानों के मुलाज़मीन को ख़ुसूसी तर्बीयत फ़राहम करने की तैयारी भी की जा रही है।
यहां इस बात का तज़किरा दिलचस्पी से ख़ाली ना होगा कि चीफ़ इन्फ़ार्मेशन कमिशनर सत्य नंदन मिश्रा ने एक दर्ख़ास्त गुज़ार की शिकायत पर इस ताल्लुक़ से मुख़्तलिफ़ हिदायतें जारी की थीं और तमाम मनफ़ी और मुसबत मौक़िफ़ का बग़ौर मुशाहिदा करने के बाद महिकमा डाक को मज़कूरा बाला हिदायत जारी की गई।
याद रहे कि पासपोर्ट के दर्ख़ास्त फॉर्म्स भी पहले ही डाकख़ानों में दस्तयाब नहीं रहे थे लेकिन फिर उन्हें डाकख़ानों से भी फ़रोखख्त किया जाने लगा। इस तरह आर टी आई की दर्ख़ास्तों के क़बूल किए जाने के फ़ैसले ने यक़ीनन उन अफ़राद को राहत फ़राहम की होगी जो हुकूमत के मुख़्तलिफ़ महिकमों की कारकर्दगी से वाक़फ़ीयत के लिए क़ानून हक़ मालूमात (RTI) का सहारा लेकर अहम मालूमात हासिल करते हैं।