डायन होने के शक में दो खातून को गंजा कर गांव में घुमाया, एक का मर्डर

गिरिडीह/धनबाद/रांची : झारखंड में डायन बता कर खातून पर जुल्‍म करने का सिलसिला थमा नहीं है। ताजा मामले में गुमला जिले के बिशुनपुर में दो खातून को डायन बताकर उनके सिर मुंडवा कर गांव में घुमाया गया। इसके बाद दोनों को गांव से बाहर निकाल दिया गया। गिरिडीह के कर्णपुरा में तो एक खातून की जान सिर्फ इसलिए ले ली गई, क्योंकि लोग उसे डायन मानते थे।

ओझा ने कहा था – गांव में रहती हैं दो डायन

गुमला के बनालात गांव में एक महीने पहले एक खातून को सांप ने काट लिया था। इससे उसकी मौत हो गई। गाँव वालों के मुताबिक, खातून का शौहर एक ओझा से मिला। ओझा ने गांव में दो डायन होने की बात कही। इसके बाद गाँव वालों ने गांव में बैठक बुलाई। बीते जुमा को दो खातून को पकड़ लिया गया। उनकी पिटाई की गई। फिर सिर मुंडवा दिए और चूना लगाकर पूरे गांव में घुमाया। बाद में उन्हें पत्थर मार-मारकर गांव से बाहर भगा दिया गया।

डायन के इल्ज़ाम में भतीजे और बहू ने ही की कत्ल

उधर, गिरिडीह में 50 साल की एक खातून को डायन बताकर उसके भतीजे और बहू ने मार डाला। इतवार को हुए इस कत्‍ल के मामले में पुलिस ने मुल्ज़िम हांसदा को गिरफ्तार कर लिया है। मार डाली गई खातून के शौहर ने बताया कि युगल का बेटा अक्सर बीमार रहता था। एक सप्ताह पहले उसकी मौत हो गई। युगल और उसके अहले खाना ने इस मौत के लिए खातून को जिम्‍मेदार ठहराया। इल्ज़ाम लगाया कि उसी ने जादू-टोना किया, जिससे बच्चे की मौत हो गई। इतवार की शाम लोगों ने खातून को घर से खींचकर बाहर निकाला और कुल्हाड़ी-पत्थर से उसकी कत्ल कर दी।

सख्त कार्रवाई का हुक्म, लेकिन रुक नहीं रहे मामले

कुछ दिन पहले मांडर में डायन बताकर पांच ख़वातीन की कत्ल के बाद गिरिडीह के डीसी उमाशंकर सिंह ने जिले के तमाम सीओ और थाना इंचार्ज को ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दिया था। इसके लिए पंचायत नुमाइंदों, दानिश्वर लोगों और सामाजिक कारकुनान की कमेटी बनाने और बाकायदा गश्त करने की भी हिदायत दिया गया था। इस मुद्दे पर कई बैठकें होने के बावजूद डायन बताकर ख़वातीन की कत्ल करने और इस्तेहाल के मामले रुक नहीं रहे हैं।