डाव् केमीकल्स ओलम्पिक स्टेडीयम पर लोगो से दस्तबरदार

लंदन / नई दिल्ली १९ दिसम्बर: ( पी टी आई ) डाउ कमीकलस ने आज लंदन के ओलम्पिक स्टेडीयम से अपना लोगो निकाल देने से इत्तिफ़ाक़ किया लेकिन इंडियन ओलम्पिक एसोसीएसन मुतमइन नहीं और वो चाहती है कि अमरीकी कंपनी को 2012 गेम्ज़ की स्पांसर शिप से मुकम्मल तौर पर हटा दिया जाये । डाउ केमीकलस का हिंदूस्तान के भोपाल गैस सानिहा से रब्त है और लंदन ओलम्पिक्स में इस कंपनी की स्पांसर शिप पर हिंदूस्तान ने शदीद रद्द-ए-अमल का इज़हार किया था । डाउ कमीकलस ने कहा कि वो 2012 गेम्ज़ के वीज़न से इत्तिफ़ाक़ करते हुए स्टेडीयम के पर्दे पर अपना ब्रांड तहरीर करने के स्पांसर शिप हक़ को ख़तन करदेगी । लंदन ओलपमकस की इंतिज़ामी कमेटी ने अगस्त में डाउ को स्पांसर बनाया था । ये मुआहिदा पाँच टेस्ट पैनल्स पर ब्रांड तहरीर करने तक महिदूद था जिसे गेम्ज़ शुरू होने से पहले ही हटा दिया जाएगा । डाउ के तर्जुमान स्काट व्हीलर के हवाले से बर्तानवी अख़बार संडे ऐक्सप्रैस ने ये इत्तिला दी । इस इत्तिला पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए कार गुज़ार सदर नशीन इंडियन ओलम्पिक्स
एसोसीएसन् वे के मल्होत्रा ने कहा कि डाउ का ब्यान ग़ैर वाज़िह है और हम लंदन ओलम्पिकस के स्पांसर की हैसियत से डाउ को पूरी तरह हटाने केलिए दबाव बरक़रार रखेंगे । मल्होत्रा ने पी टी आई को बताया कि उन्हों ने ये ख़बर सुनी कि डाउ कमीकलस ने सजावटी पर्दा पर लोगो से दसतबरदारी इख़तियार की है लेकिन इस का मतलब वो समझ नहीं पाए । उन्हों ने बहैसीयत स्पांसर कंपनी को पूरी तरह हटाने का मुतालिबा किया।
पाकिस्तान में मुख़ालिफ़ अमरीका एहितजाजी रिया ली हाफ़िज़ सईद का ख़िताब
लाहौर, १९ दिसम्बर: ( ए एफ़ पी) पाकिस्तान में नाटो और अमरीकी फ़िज़ाई हमले में 24 सिपाहीयों की हलाकत के ख़िलाफ़ लाहौर में अब तक का सब से बड़ा एहितजाजी मुज़ाहरा किया गया, जहां इस हमले की मुज़म्मत करते हुए हुकूमत को ख़बरदार किया गया है कि दहश्तगर्दी के ख़िलाफ़ लड़ाई केलिए अमरीका के साथ तए पाए मुआहिदा मंसूख़ ना करने की सूरत में दार-उल-हकूमत ईस्लामाबाद तक एहितजाजी मार्च मुनज़्ज़म किया जाएगा । इस रैली से हाफ़िज़ मुहम्मद सईद ने ख़िताब किया जो पाकिस्तान डीफ़ैंस कौंसल के सीनीयर लीडर हैं । इस कौंसल के तक़रीबन 3 हज़ार कारकुन भी जलसा में शरीक थे ।

हाफ़िज़ मुहम्मद सईद लश्कर‍ ए तयेबा के बानीयों में शुमार किए जाते हैं जिन पर हिंदूस्तान और अमरीका ने 2008 -ए-मुंबई दहश्तगर्द हमलों में मुलव्वस होने का इल्ज़ाम आइद किया है । हाफ़िज़ सईद उस वक़्त जमात-उल-दावत के सरबराह हैं । उन्हों ने जलसा से ख़िताब करते हुए कहा कि अमरीका को अपने सिफ़ारती मिशन जासूसी मराकज़ में तबदील नहीं करना चाहिए । इस के इलावा अमरीकी एजंडा को किसी सूरत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा