नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी इस बार फिर अमेठी से चुनाव मैदान में हैं, जहां उनका मुक़ाबला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से है. स्मृति ने गुरुवार को पर्चा दाख़िल कर दिया. उन्होंने जो हलफ़नामा दिया है, उसे लेकर एक बार फिर विवाद हो गया है. दरअसल अपनी डिग्री को लेकर स्मृति ईरानी ने फिर इस बार अलग जानकारी दी है. इस बार उन्होंने कहा है कि 3 साल का डिग्री कोर्स पूरा नहीं किया है. जबकि 2014 के चुनावों में उन्होंने इतनी साफ़ जानकारी नहीं दी थी. वहीं 2004 में उन्होंने एक हलफ़नामे में खुद को ग्रेजुएट कहा था. जहां कांग्रेस ने नए हलफ़नामे को लेकर तंज़ कसा वहीं स्मृति ईरानी ने पलटवार भी किया. केंद्रीय मंत्री ने जवाबी हमला करते हुये कहा कि वह अमेठी के लिये और कांग्रेस के खिलाफ मेहनत से काम करती रहेंगी चाहे उनको जितना अपमानित और प्रताड़ित किया जाता रहे.
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा उनकी शिक्षा को लेकर किये गये तंज पर पत्रकारों को जवाब देते हुये ईरानी ने कहा, “मैं इतना ही कहूंगी कि गत पांच वर्षों में ऐसा कोई आक्रमण नहीं है जो कांग्रेस के कुछ ‘चेले चपाटों’ ने मुझ पर न किया हो. ऐसा कोई अपशब्द नहीं है, ऐसा कोई अपमान नहीं है, महिला होने के नाते ऐसी कोई प्रताड़ना नहीं है जो मेरे साथ कांग्रेस नेताओं ने न की हो. मेरा उनको एकमात्र यही संदेश है कि आप मुझे जितना अपमानित करोगे, जितना मुझे प्रताड़ित करोगे उतना ही जमकर मैं अमेठी में कांग्रेस के खिलाफ काम करूंगी.”
इससे पहले दिल्ली में कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर अपने चुनावी हलफनामे में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें नैतिकता के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और चुनाव आयोग को उन्हें अयोग्य ठहराना चाहिए. गौरतलब है कि इरानी ने अपने नामांकन के दौरान दिए गए शपथपत्र में बताया है कि वह ग्रैजुएट नहीं हैं। यह बात सामने आने के बाद कांग्रेस को इरानी और मोदी सरकार पर हमले का मौका मिल गया है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इरानी पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने स्मृति के हिट टीवी सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की तर्ज पर इरानी की डिग्री पर कटाक्ष किया है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मशहूर सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के गीत की तर्ज पर कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन के रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं. एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते एफिडेविट नए हैं… क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थीं.”
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक नया सीरियल आनेवाला है- ‘क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रैजुएट थी।’ इसकी ओपनिंग लाइन होगी- ‘क्वॉलिफिकेशन्स के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं, एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते नए ऐफिडेविट हैं।’ उन्होंने कहा कि स्मृति इरानी ने अपने क्वॉलिफिकेशन को लेकर एक चीज कायम की है कि किस तरीके से ग्रैजुएट से 12वीं क्लास के हो जाते हैं, वह मोदी सरकार से ही और मोदी सरकार में ही मुमकिन है।
#WATCH Union Minister Smriti Irani: In the last 5 years, they have attacked me in every which way possible. I only have one message for them, the more you will insult me, the more you will attack me, the harder I will work against Congress in Amethi. pic.twitter.com/ag3R9JV4yL
— ANI UP (@ANINewsUP) April 12, 2019
उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पिछले कुछ चुनावों के हलफनामों की प्रति जारी करते हुए कहा, ‘‘स्मृति ईरानी जी बताया कि किस तरह से ग्रेजुएट से 12वीं पास हो जाते हैं, यह मोदी सरकार में ही मुमकिन है. 2004 के लोकसभा चुनाव के अपने हलफनामे में स्मृति बीए थीं. फिर 2011 राज्यसभा के चुनावी हलफनामे में वह बीकॉम फस्ट ईयर बताती हैं. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में फिर वह बीए पास कर लेती हैं. अब फिर से वह बीकॉम फर्स्ट ईयर की डिग्री हो गई हैं.”
प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने देश को झूठ बोला है, देश को बरगलाया है. यह साबित होता है कि भाजपा के नेता किस तरह से झूठ बोलते हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘हमें दिक्कत नहीं है कि वह ग्रेजुएट नहीं हैं. मुद्दे की बात यह है कि मंत्री साहिबा इतने समय से गलत हलफनामा दे रही थीं.” कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अगर उनमें कोई नैतिकता है तो मंत्री पद से इस्तीफा दें और उन्हें चुनाव के लिए अयोग्य ठहराया जाए.” गौरतलब है कि स्मृति ईरानी अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं.