डिस्पेंसरी में लाखों रुपये की एक्सपायर्ड दवाएं

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश से खराब होती दवाओं को दिल्ली लाकर खपाने के मामले में नया कुछ नये राज़ खुले हैं। मरकजी हुकूमत के आरएचटीसी (रूरल हेल्थ ट्रेनिंग सेंटर) डिस्पेंसरी में लाखों रुपये की एक्सपायर्ड दवाएं पड़ी हैं।

इन दवाओं का इस्तेमाल मरीजों के इलाज में इसलिए नहीं हो पाया कि जब इन्हें यहां लाया गया था तब इनकी एक्सपायरी डेट नजदीक थी। उजवा की आरएचटीसी डिस्पेंसरी में कई पेटियों में छह तरह की एक्सपायर्ड दवाएं पड़ी हैं। इनमें कई दवाएं अप्रैल में एक्सपायर हुई हैं। जराए के मुताबिक उजवा, पालम व नजफगढ़ डिस्पेंसरी को मिलाकर 10 से 12 लाख रुपये की दवाएं एक्सपायर हो चुकी हैं।

यह ताज्जुब की बात है कि बेकार हो रही दवाओं में महकमे को कोई गड़बड़ी नजर नहीं आ रही है। जबकि इससे सरकार को लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। बताया जाता है कि एक आला ओहेदार व कुछडॉक्टरों की मिलीभगत से ही ऐसी दवाएं डिस्पेंसरी पहुंच रही हैं। आलम यह है कि यहां पहुंच रही दवाएं कुछ महीनों बाद ही एक्सपायर हो जाती हैं, लेकिन महकमा इस पर संजीदा नहीं है।