डूबती नैया को बचाने के लिए भाजपा नेता सांप्रदायिकता की आग उगल रहे हैं

हैदराबाद: (सियासत उर्दू) अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा को चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ रहा है. डूबती नाव को बचाने के लिए प्रधानमंत्री सहित भाजपा नेता अपनी भाषाओं से सांप्रदायिकता की आग उगल रहे हैं ‘फिर भी 5 राज्यों में भाजपा की जहां हार होगी उसके सहयोगी को निराशा हाथ लगेगी. बिहार की तरह भाजपा और सहयोगियों की जुगलबंदी उत्तर प्रदेश में भी विफल होगी.
नरेंद्र मोदी देश के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं ‘अपनी असफलताओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए पाकिस्तान से 2018 या 2019 में युद्ध करने की तैयारी कर रहे हैं. भारतीय सैनिकों की गुप्त सूचनाएं पाकिस्तानी आतंकवादियों को भाजपा के नेता जासूसी करते हुए पहुंचा रहे हैं और मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. मुसलमानों में असुरक्षा का जो एहसास पैदा हुआ है इसके लिए धर्मनिरपेक्ष दल और नेता पूरी तरह जिम्मेदार हैं.

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रोजनामा “सियासत” को विशेष साक्षात्कार देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस की लहर चल रही है. पंजाब ‘गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को पूर्ण बहुमत हासिल होगी. उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत हासिल हो जाएगी. तीन चरणों के चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक परिदृश्य साफ हो गया है 70 से 80 प्रतिशत हलकों में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सदस्य भारी सफलता प्राप्त करेंगे. उत्तर प्रदेश में असली मुकाबला समाजवादी पार्टी कांग्रेस गठबंधन और बसपा के बीच है. भाजपा तीसरे स्थान के लिए संघर्ष कर रही है. हार को करीब से देखने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बौखलाहट के शिकार हो गए हैं. कब्रिस्तान और श्मशान घाट की राजनीति करते हुए सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं. ”अच्छे दिन का सपना” दिखाने वाली भाजपा को चुनाव से ठीक पहले राम मंदिर ‘तीन तलाक’ लव जिहाद ‘घर वापसी’ और आतंकवाद की याद आ जाती है और सांप्रदायिक माहौल पैदा करते हुए जीत हासिल करने की कोशिश करती है. मुसलमानों के चार शादियों पर बवाल मचाई है. 2050 तक देश में मुसलमानों की आबादी हिंदू आबादी को पार कर जाने का हिंदुओं में डर और भय पैदा करते हुए अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की साजिश कर रही है, मगर इस बार भाजपा को देश की जनता माफ नहीं करेगी. महाराष्ट्र के बाद मजलिस ने बिहार में मुस्लिम वोटों का बंटवारा कराते हुए भाजपा को फायदा पहुंचाने की कोशिश की थी लेकिन बिहार की जनता ने मजलिस पर भरोसा नहीं कया तो मजलिस वोट बांटने के लिए उत्तर प्रदेश पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश की जनता विशेषकर मजलिस और भाजपा की जुगलबंदी को भांप चुकी हैं ‘जहां भाजपा हार का सामना करहे हैं वहीं मजलिस को भी निराशा हाथ लगेगी.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारत से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों में हिंदुओं का बहुमत है, लेकिन हमेशा देश के मुसलमानों पर संदेह व्यक्त किया जाता है. भाजपा आईटी सेल के 10 से अधिक नेता पाकिस्तान की आईएसआई को भारतीय सैनिकों की खुफिया जानकारी देते हुए पकड़े गए हैं मगर अफसोस की बात है कि इस पर कोई हल्ला नहीं मचा है और न ही प्रधानमंत्री या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की है, और न ही मीडिया ने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई है. अगर मुसलमान ऐसे मामले में फंस गए तो भाजपा नेता आसमान को सर पर उठा लेते और मीडिया सुबह से शाम तक उसे ब्रेकिंग न्यूज के रूप में प्रस्तुत करता रहता. देश के अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों में असुरक्षा का जो एहसास पैदा हुआ है इसके लिए धर्मनिरपेक्ष दलों और नेताओं की चुप्पी जिम्मेदार है. नरेंद्र मोदी के ढाई साल का कार्यकाल निराशाजनक है.