नार्वे के बहरी जहाज़ में सवार तक़रीबन 800 पनाह गुज़ीन हफ़्ते के रोज़ इटली पहुंचे, जिन्हें जुमेरात को लीबिया के साहिल पर डूबने से बचा लिया गया था।
इतालवी साहिल के मुहाफ़िज़ों ने बताया है कि ये ग्रुप जिसमें 48 बच्चे और 94 ख़्वातीन शामिल हैं, ख़्याल किया जाता है कि इस में से ज़्यादातर का ताल्लुक़ शाम और सब सहारा के मुल्कों से है।
सेहत के इबतिदाई तजज़िए के बाद उन्हें रीजीव कल्ला बारया की बंदरगाह मुंतक़िल कर दिया गया। इन पनाह गुज़ीनों को इटली में क़ायम इस्तक़बालीया मराकज़ की जानिब भेजा जाएगा।
दरीं अस्ना, मग़रिबी तुर्की में सड़क के एक हादिसे में शाम के नौ पनाह गुज़ीन हलाक और 31 ज़ख़्मी हुए, जब वो साहिल समुंद्र एक क़स्बे की जानिब जा रहे थे, जब कि इन की मंज़िले मक़्सूद यूनानी जज़ीरों तक पहुंचना था।