हैदराबाद । 12 । अक्टूबर : ( सियासत न्यूज़ ) : डेंगू के वाक़ियात रियासत में तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं । गुज़श्ता चंद माह में 40 अम्वात डेंगू के बाइस होचुकी हैं । ज़राए के मुताबिक़ शोबा सेहत के ओहदेदारान ने इन अम्वात की तसदीक़ नहींकी है ताहम ज़राए का कहना है कि गुज़श्ता चार माह में सिर्फ गदवाल ज़िला में डेंगू से 24 अम्वात वाक़्य होचुकी हैं । अभी ताज़ा इत्तिला के मुताबिक़ गदवाल की ही इंजीनीयरिंग की 19 साला तालिबा दीप्ति और 7 साला सुरेंद्र राॶ पीबरो की 7 साला मनासा गुज़शता हफ़्ते डेंगू के मर्ज़ का शिकार पाए गए । इन मुतास्सिरीन का कुरनूल जनरल हॉस्पिटल में ईलाज चल रहा है । मरने वालों में गदवाल इलाक़े के 20 बच्चे शामिल हैं । सेहत के ओहदेदारान का दावा है कि डेंगू से एक शख़्स की भी मौत वाक़्य नहीं हुई है । उन्हों ने बताया कि अम्वात की वजूहात का बाद में पता लगाया जाएगा । हैल्थ ओहदेदारान के ज़रीये अज़ला में कैंपस मुनाक़िद किए जा रहे हैं जब कि मुक़ामी लोगों का कहना है कि इस सिलसिले में कोई संजीदा इक़दाम नहीं किया गया है । डेंगू से मुतास्सिरा ज़्यादा तर मरीज़ों को कुरनूल के जनरल हॉस्पिटल में शरीक किराया गया है जहां उन डेंगू से मुतास्सिरा अफ़राद ने दम तोड़ दिया जो अफ़राद डेंगू से मुतास्सिर हैं उन की हालत अज़ला में ना गुफ़्ता बह है । डेंगू बुख़ार एक शदीद किस्म का फीवर होता है जो सब से ज़्यादा छोटे बच्चों को अपनी गिरिफ़त में लेता है और शीरख़वार बच्चों को ज़्यादा मुतास्सिर करता है । डेंगू फीवर की उम्र के हिसाब से अलग अलग अंदाज़ से इस की निशानदेही की जा सकती है । माहिरीन का कहना है कि शीरख़वार बच्चों और कमउमर बच्चों में बुख़ार की शिद्दत काफ़ी ज़्यादा होती है । जब कि थोड़ी ज़्यादा उम्र के बच्चों और बालिग़ों में इस की अलामात कुछ अलग होती हैं इन में सर दर्द , आँखों के पिछले हिस्से में दर्द , जोड़ों का दर्द , जिस्म पर छोटे छोटे दाने निकल आना इस बीमारी की अलामतें हैं ।