डेरी इंडस्ट्री 2015 तक 5 लाख करोड़ रुपय तक पहूंचने का इमकान

हैदराबाद /19 नवंबर ( एन ऐस ऐस ) अब जबकि दूध और इस से बनने वाली अशीया केलिए देसी तलब में तेज़ रफ़्तार इज़ाफ़ा हो चला है , मुल़्क की डेरी इंडस्ट्री 2015 तक तक़रीबन 5 लाख करोड़ रुपय तक पहूंच जाने का इमकान है , फ़ाज़िल सनअती इदारा एसोसी एटीड चयामबरस आफ़ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री आफ़ इंडिया ( असोचम ) ने आज ये बात कही ।असोचम सैक्रेटरी जनरल डी ऐस रावत ने आज एक जायज़ा का इजरा करते हुए कहा कि दूध की पैदावार मौजूदा 123 मिलय्यन टन से बढ़ कर 2015 में तक़रीबन 190 मिलय्यन टन पहूंच जाने का इमकान है ।

असोचम के जायज़ा के मुताबिक़ हिंदूस्तान दुनिया का सब से बड़ा दूध का पैदावार मुलक है और दुनिया की जुमला दूध की पैदावार का लग भग 20 फ़ीसद हिस्सा की बड़ी हद तक हिंदूस्तान से आता है लेकिन इस तमाम हिस्सा की देसी तौर पर खपत होजाती है । सालाना तक़रीबन 10 फीसदी बढ़ोतरी के साथ हिंदूस्तानी डेरी सनअत पर ज़्यादा तर ग़ैर मुनज़्ज़म शोबा का कंट्रोल है जिस का हिस्सा तक़रीबन 85 फ़ीसद होता है ।