डेविड हेडली मुंबई हमलें में माफ़ी याफताह गवाह

मुंबई 11 दिसंबर: पाकिस्तानी नज़ाद अमरीकी लश्कर‍-ए‍-तैयबा दहश्तगर्द डेविड हेडली को मुंबई की एक अदालत ने 26/11 मुंबई दहश्तगर्द हमला केस में माफ़ी देते हुए उसे माफ़ी याफताह गवाह बनादिया है।

अदालत के इस इक़दाम से पाकिस्तान में रचाई जाने वाली साज़िशों को बे-नक़ाब करने में मदद मिल सकती है। डेविड हेडली 8 फेरव‌री 2016को गवाह की हैसियत से बयान देगा। डेविड हेडली उस वक़्त मुंबई दहश्तगर्द हमलों के सिलसिले में अपने रोल के लिए अमरीका में 35 साल की सज़ाए क़ैद काट रहा है।

सेशन कोर्ट ने नामालूम मुक़ाम से वीडीयो राबिता के ज़रीये डेविड हेडली का बयान कलमबंद किया। उसे माफ़ी देने पर उसने माफ़ी याफताह गवाह बन कर तमाम हक़ायक़ पेश करने का वादा किया है।

ख़ुसूसी वकील सरकार उज्ज्वल निकम ने अदालत को बताया कि हेडली की पेशकश काबिल-ए-क़बूल है, जिसके बाद जज ने डेविड हेडली को माफ़ी याफताह गवाह बनाया और ये फ़ैसला बाज़ शराइत के तहत किया गया है जिसके बाद उसे माफ़ी भी दी गई।

डेविड हेडली ने अदालत के सामने बताया कि इस अदालत में मेरे ख़िलाफ़ दाख़िल करदा चार्ज शीट वसूल हुई है। इन इल्ज़ामात में वही बातें शामिल हैं जिनके ताल्लुक़ से अमरीका में सज़ा काट रहा हूँ।

मुंबई हमला केस में अपने रोल की ज़िम्मेदारी क़बूल करता हूँ। मैं ये भी क़बूल करता हूँ कि इस अदालत में एक गवाह की हैसियत से ख़ुद को पेश करने से इत्तिफ़ाक़ किया है। मैं हर एक सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हूँ। अगर अदालत से मुझे माफ़ी मिलती है तो मैं तआवुन करूँगे।

18 नवंबर को अदालत ने कहा था कि डेविड हेडली को 10 दिसंबर के दिन वीडीयो कांफ्रेंस के ज़रीये उस के सामने पेश किया जाएगा क्युंकि मुंबई पुलिस ने उसे एक मुल्ज़िम बनाने की इजाज़त देने की दरख़ास्त की थी। पुलिस ने कहा कि मुंबई की अदालत की तरफ से असल साज़िशी अब्बू जंदाल के साथ उसे भी अदालत में पेश करने की हिदायत दी थी।