गुमला के डॉक्टर आरबी चौधरी की फिरौती के लिए हुए यरगमाल और फिरौती नहीं देने पर उनकी कत्ल के मुखालिफत में पीर को नावाडीह पब्लिक हेल्थ सेंटर और दीगर सेंटर के तमाम डॉक्टर हड़ताल पर रहे। डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से सेंटर में मरीजों का इलाज नहीं हो पाया।
सेहत सेंटर केंद्र नावाडीह समेत भेंडरा, कंजकिरो और हरलाडीह हेल्थ सेंटर में मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा। हालांकि नावाडीह हेल्थ सेंटर में एमेर्जेंसी सर्विस के लिए डॉ. कामेश्वर महतो मौजूद थे। डॉक्टर इंचार्ज डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह और नजमा खातून समेत तमाम डॉक्टर हड़ताल पर रहे। हड़ताल के हिमायत डोकटरों ने बताया कि डॉ. आरबी चौधरी का बदमाशों ने 30 अप्रैल को यरगमाल किया था। उन्हें आज़ाद करने के लिए 50 लाख रुपये की मांग की गई थी। जब डॉक्टर की तरफ से उनके अहले खाना की तरफ से फिरौती की रकम की अदायगी नहीं की गई तो उनकी कत्ल कर दी गई। कत्ल करने के बाद उन्हें लाश को पास के ही एक जंगल में फेंक दिया। उनका लाश दोपहर में जंगल से बरामद किया गया।
डॉक्टरों का कहना था कि उनकी पेशे में शामिल लोग सभी तबके के लोगों की सर्विस देते हैं , इसके बाद भी वह महफूज़ नहीं है। डाक्टरों ने हुकूमत से सेक्युर्टी समेत डॉ. चौधरी के हत्यारे को गिरफ्तार करने की मांग की।