बैंगलूर, 22 फ़रवरी: साबिक़ सदर जमहूरिया डॉक्टर अबदुलकलाम ने आज कहा कि हिन्दुस्तानी मुआशरे में इंसानी ख़िदमत का जज़बा एहमियत का हामिल होता है। डॉक्टर्स ही इंसानी सेहत की देख भाल के लिए ख़ुद को वक़्फ़ कर सकते हैं। तमाम डॉक्टर्स ख़ासकर मेडिकल गरेजुवेट्स को दो दिल रखने होंगे। एक दिल बाईओलोजिकल हो जैसे तमाम इंसानों का होता है।
उन के अंदर एक ऐसा दिल भी होना चाहिये जो देही इलाक़ों में रहने वाले 700 मुलय्यन अफ़राद की बेहतरी के लिए धड़कता हो और देही प्राइमरी हेल्त के सैंटरस में ख़िदमत अंजाम देने के लिए वो बेताब हो। डॉक्टरों को 6 बुनियादी उसूलों पर अमल करना ज़रूरी है। ये 6 बुनियादी उसूल रवादारी अख़लाक़ इंसानी हमदर्दी अपने पेशा के त्यों इंसानी तवज्जो और हाज़िर दिमाग़ी हैं। तमाम मेडिकल प्रोफ़ैशनल को ज़रूरी है, कि वो अवाम की सेहत के लिए हरदम कोशिश करते रहें। उन्होंने यहां सैंट जॉन्स मेडिकल कॉलेज के तलबा से ख़िताब किया।