हैदराबाद 12 जुलाई : हमल रोकने या एबॉर्शन की अदवियात के इस्तेमाल के बारे में मुख़्तलिफ़ अंदाज़ में मुहिम चलाने के तेलंगाना की ख़वातीन पर मुसबित असरात हुए हैं लेकिन अब भी शादीशुदा ख़वातीन में एबॉर्शन की गोलीयां इस्तेमाल करने का रुजहान बरक़रार है। तेलंगाना में कम अज़ कम 39 फ़ीसद ख़वातीन एबॉर्शन के तरीक़ों पर अमल कर रही हैं। क़ौमी तनाज़ुर में देखा जाये तो तेलंगाना में 94 फ़ीसद शादीशुदा एबॉर्शन के तरीक़े जानती हैं और 50 फ़ीसद से ज़ाइद ख़वातीन इन तरीक़ों का इस्तेमाल करती हैं।
तेलंगाना में एक तरफ़ एबॉर्शन का रुजहान है तो दूसरी तरफ़ पहली और दूसरी ज़चगी में वक़फ़ा नहीं दिया जा रहा है। साल बह साल ज़चगी का रुजहान है। दूसरी रियासतों की बनिसबत तेलंगाना की शादीशुदा ख़वातीन में हमल रोकने का रुजहान बहुत कम है। डॉक्टर्स का कहना है कि नौजवान ख़वातीन एबॉर्शन की गोलीयों का बे-जा इस्तेमाल कर रही हैं जिसकी वजह से सेहत ख़राब हो रही है। एबॉर्शन की गोलीयां डॉक्टर्स के मश्वरह् से इस्तेमाल करने की ताकीद की गई है। बाज़ ख़वातीन हमल रोकने के लिए जड़ी बूटीयां इस्तेमाल करती हैं।