डॉक्टर नारंग की ह्त्या में ‘धार्मिक-एंगल’ नहीं, अपराधियों में हिन्दू और मुसलमान दोनों

नई दिल्ली: भारत-बांग्लादेश के मैच में हुई भारतीय टीम की जीत की ख़ुशी को अपने बच्चे के साथ साझा कर रहे डॉक्टर की बुधवार की रात को एक मामूली सी बहस के बाद कुछ लोगों ने ह्त्या कर दी.
डेंटिस्ट विजय नारंग जिनका घर विकासपुरी इलाक़े में स्थित है, बुधवार की रात अपने बच्चे के साथ क्रिकेट खेल रहे थे.तभी बाइक पर दो लड़के उन्हें रगड़ मारते हुए निकले। इन दोनों में से एक लड़का नाबालिग था. पुलिस के मुताबिक, दोनों लड़के वहीं पर बाइक छोड़कर चले गए.थोड़ी देर बाद दोनों लड़के 13 अन्य लोगों को लेकर आ गए. ये लोग हॉकी स्टिक और रॉड लिए हुए थे. पुलिस का कहना है कि नारंग के सिर पर स्टिक और रॉड से जम कर वार किए गए. आरोपियों ने उन लोगों को भी नहीं छोड़ा जो नारंग को बचाने आए. नारंग की फैमिली में उनकी पत्नी और 8 साल का बेटा हैं।
बुधवार की रात हुई इस ह्त्या के बाद लोगों ने इसमें धार्मिक रंग ढूंढना शुरू कर दिया था, बहुत लोगों ने ह्त्या करने वालों को सोशल नेटवर्किंग पर बंगलादेशी बताया तो बहुत लोगों ने इसे हिन्दू-मुस्लिम रंग देने की कोशिश की, कुछ लोगों ने तो इसे दादरी के मामले से जोड़ दिया लेकिन अभी तलक की कार्यवाही में इनमें से किसी बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं. दिल्ली पुलिस की एक अधिकारी ने ट्विटर पर अपडेट करके बताया कि पकडे गए 9 लोगों में 5 हिन्दू हैं जबकि 4 मुसलमान. पुलिस अधिकारी मोनिका भरद्वाज ने बताया कि जिन दो आरोपियों से डॉक्टर की शुरुवात में बहस हुई थी, उनमें से एक मुसलमान और एक हिन्दू था. लिहाज़ा इसमें धार्मिक बहस का कोई मामला नज़र नहीं आता.

हालांकि किसी भी सूरत में एक इंसान की ह्त्या और वो भी इस तरह से जायज़ नहीं हो सकती लेकिन लोगों को चाहिए कि शान्ति के माहौल को खराब करने की कोशिश ना करें.