कोलकाता : मोबाइल कंपनी ओपो और वीवो में काम करने वाले 400 से अधिक चीन के नागरिक अपने देश लौट रहे हैं। डोकलाम विवाद के बाद भारत में चीन विरोधी सेंटीमेंट की वजह से दोनों कंपनियां मैनेजमेंट में बदलाव कर रही हैं। डोकलाम विवाद के बाद जुलाई और अगस्त में दोनों कंपनियों की सेल्स में तेज गिरावट आई थी। दोनों हैंडसेट ब्रैंड्स के मालिकाना हक वाली तीन दर्जन डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों से ज्यादातर लोग वापस गए हैं, लेकिन इंडस्ट्री एग्जिक्यूटिव्स का कहना है कि भारत में ओपो और विवो के कुछ चीन के एंप्लॉयीज भी देश वापस लौटे हैं।
महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में भी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों से एंप्लॉयीज को वापस बुलाया गया है। इसकी एक वजह यह बताई जा रही है कि चीन के नागरिकों को भारत में कम अवधि का वीजा मिल रहा है। एक एग्जिक्यूटिव ने कहा कि डोकलाम विवाद के सेटल होने के बाद इनमें से कुछ एंप्लॉयीज वापस भारत आ सकते हैं। कुछ अन्य राज्य में चीन विरोधी सेंटीमेंट की वजह से दोनों कंपनियां मैनेजमेंट में बदलाव कर रही हैं।
ओपो के प्रवक्ता ने कहा कि हम भारत सरकार के नियम कायदों के मुताबिक काम करते हैं और मार्केट की अफवाहों से प्रभावित नहीं होते। उन्होंने बताया, ‘2017 ओपो इंडिया के लिए शानदार साल रहा है। हमारी ग्रोथ शानदार रही है। कंपनी यहां बेस्ट कैमरा फोन, सेल्फी फोकस्ड स्मार्टफोन नौजवानों लोगों को बेच रही है।