अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को बेहद कड़े शब्दों में चेतावनी दी है. ट्रंप ने कहा है कि अगर ईरान ने वाशिंगटन के हितों पर हमला किया तो वह तबाह कर दिया जाएगा. एक ट्वीट में ट्रंप ने कहा, “अगर ईरान लड़ना चाहता है तो वह ईरान का आधिकारिक अंत होगा.
जब से अमेरिका ने युद्धपोत और B-52 बमवर्षकों को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के फुजैराह में तैनात करने का आदेश दिया है, ईरान और अमेरिका के बीच तल्खी बढ़ गई है. इसके अलावा अमेरिका ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी कॉर्प्स को एक आतंकी समूह के रूप में नामित किया है. ईरानी तेल निर्यात पर वह पहले ही पूरी तरह से प्रतिबंध लगा चुका है.
If Iran wants to fight, that will be the official end of Iran. Never threaten the United States again!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) May 19, 2019
ईरान के भी तेवर तल्ख
गल्फ को-ऑपरेशन काउंसिल (GCC) ने अरबियन खाड़ी में और सैनिक तैनात करने की अमेरिका की दरख़्वास्त मान ली है. अमेरिका का कहना है कि इससे उसे ईरान की तरफ से उठने वाले किसी भी खतरे से निपटने में मदद मिलेगी. ईरान की सरकारी एजंसी IRNA ने विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ के हवाले से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि क्षेत्र में युद्ध होगी क्योंकि तेहरान संघर्ष नहीं चाहता और कोई देश ‘ईरान का सामना करने की गलतफहमी’ में नहीं है.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने भी विवादित मुद्दों पर अमेरिकी सरकार के साथ किसी तरह की बातचीत करने से इनकार किया है. खाड़ी क्षेत्र में मौजूदा तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से ज्यादा से ज्यादा संयम बरतने का आह्वान किया है. संयुक्त राष्ट्र एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि गुटेरेस हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं.