चेन्नई: आज के दौर में जहां चोरियां इतनी बढ गई वहां लोगों के मन में ईमानदारी अब भी जिंदा है। हाल ही में दिल को छू लेने वाली एक वाकिया चेन्नई में सामने आई। एक ऑटो ड्राइवर ने ईमानदारी की मिशाल देते हुए एक शख्स के एक लाख रूपए वापस लौटा दिए। टाइमम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बुध के रोज़ दोपहर एन. रमेश कु्मार (36 साल) को जेजे नगर में ऑटो चला रहे थे। उन्होंने देखा कि कोई बाइकर तेजी से जा रहा था और उसका एक बैग बाइक से नीचे गिर गया। रमेश ने अपनी ऑटो रोकी और बैग उठाया।
जब उन्होंने बैग खोला तो उनके हैरानी का ठिकाना न रहा। बैग में एक लाख रूपए थे। इससे पहले कि रमेश बाइकर को रोककर उसके पैसे लौटाते, वह दूर निकल चुका था। फिर उन्होंने ऑटो से उसका पीछा करके उसे रूपए लौटाने का फैसला किया। उन्होंने बताया, “मैंने तकरीबन आधा किलोमीटर तक उसका पीछा किया लेकिन इसके बाद वह पुल से नीचे उतर गया और फिर बाइकर्स की भीड में खो गया।
इसके बाद मैंने वह बैग पुलिस को सौंपने की सोची।” रमेश ने बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर नोटिस नहीं किया था लेकिन बैग में एक पर्ची थी जिसके जरिए मालिक को ढूंढ लिया गया। पर्चे में एक मंदिर के ट्रस्ट का नंबर था।
उन नंबर पर कॉल करने पर पता चला कि वह रकम उन्हीं का था। पुलिस ने उनसे कहा कि वे पुलिस स्टेशन से आकर पैसे ले लें। बाद में मंदिर के ट्रस्टी एमआरके लिंगम को कैश लौटा दिया गया। लिंगम ने ऑटो ड्राइवर रमेश कुमार का दिल से शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि यह आवाम का पैसा है और इसे नेक काम के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
रमेश की तारीफ करते हुए डेप्युटी कमिश्नर आर. सुधाकर ने कहा कि ऑटो ड्राइवर ने लोगों के लिए अच्छी मिसाल पेश की है। उसने जो काम किया है उसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है। वहीं ड्राइवर रमेश ने कहा कि मैं ऑटो चलाकर काम भर के पैसे कमा लेता हूं। मैं उतने से अपने खानदान को खुश रख सकता हूं।
अगर मैं माली तंगी से गुजर रहा होता तो भी ये पैसे न लेता। मेरी जिंदगी में लालच के लिए कोई जगह नहीं है।