ढाई साल बाद बीसी आयोग का गठन, रिपोर्ट के लिए अधिक दहाई साल

हैदराबाद 09 अक्टूबर: विपक्ष के नेता तेलंगाना विधान परिषद मुहम्मद अली शब्बीर ने कहा कि सरकार की ढाई वर्षीय (आधा कार्यकाल) के पूरा होने के बाद बीसी आयोग खोलने से सहमत हो गया और रिपोर्ट वसूल होने तक माबाक़ी ढाई साल का कार्यकाल भी समाप्त हो जाने का दावा किया।

जिलों संगठन अभिनव पहले एक और सर्वदलीय बैठक बुलाने के वादे से भटक जाने चीफ मिनिस्टर केसीआर पर आरोप लगाया। गांधी भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शब्बीर ने कहा कि केसीआर ने टीआरएस के सत्ता में आने पर आंतरिक 4 महीने मुसलमानों को 12 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा किया मगर 4 महीने के वादे को पूरा नहीं किया।

समय बर्बाद करने और मुसलमानों को धोखा देने के लिए सुधीर आयोग का गठन किया गया। सुधीर आयोग ने अपनी रिपोर्ट तैयार करने में ढाई साल बर्बाद कर दिए जबकि मुख्यमंत्री को पता है कि सुधीर आयोग मुसलमानों को 12 प्रतिशत आरक्षण देने की सिफारिश करने का कोई अधिकार नहीं रखती। अगर यह आयोग कोई सिफारिश भी करता है तो न्यायपालिका में वह बाधा के कारण बन सकता है।

कांग्रेस का उदाहरण सामने है। कांग्रेस ने वादे के मुताबिक सत्ता हासिल करते ही 56 दिन में मुसलमानों को 5 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया था जिसे हाईकोर्ट ने निरस्त करते हुए बीबीसी आयोग गठित करने का कांग्रेस को सुझाव दिया था।

कैबिनेट बैठक में बीसी आयोग गठित करने का फैसला किया गया। बीबीसी कमीशन रिपोर्ट प्राप्त होने तक टीआरएस सरकार का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री मुस्लमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। जिसकी कांग्रेस पार्टी सख़्त मुज़म्मत करती है।