ढाका फ़ौजी छावनी में तब्दील-अपोज़िशन का आज एहतेजाजी मार्च

बंगलादेश का दारुल हुकूमत ऐसा मंज़र पेश कर रहा था जैसे इस पर किसी दुश्मन मुल्क ने क़ब्ज़ा करते हुए तमाम सरगर्मीयों को ठप कर दिया हो। यहां से मुल्क की दीगर रियासतों के लिए ट्रांसपोर्ट ख़िदमात बिलकुल ठप पड़ चुकी हैं क्यूंकि अपोज़ीशन बी एन पी ने हुकूमत की जानिब से उन के कल मुनाक़िद किए जाने वाले एहतेजाजी मार्च पर इमतिना के बावजूद अपने इरादों को अमली जामा पहनाने का ऐलान किया है।

जिस से कशीदगी में मज़ीद इज़ाफ़ा के अंदेशे पैदा हो गए हैं। दरीं असना नीम फ़ौजी दस्तों ने शहर की सड़कों का गश्त शुरू कर दिया है जबकि इंसिदाद जराइम रैपीड एक्शन बटालियन (RAB) और पुलिस ने ढाका शहर के तमाम दाख़िली मराकज़ पर कड़ी नज़र रखी है।

यहां इस बात का तज़किरा भी ज़रूरी है कि शेख हसीना और खालिदा ज़िया इस वक़्त से सयासी कट्टर हरीफ़ समझी जाती हैं जब खालिदा ज़िया के शौहर ज़िया उर्ररहमान मुल्क के आला तरीन ओहदा पर फ़ाइज़ थे और उन की बरतर्फ़ी में शेख हसीना के मुबैयना रोल की खबरें आई थीं।