अजमेर शरीफ दरगाह में हंगामा, ढोलक बजाने का हुआ विरोध

अजमेर : ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह जियारत करने आए पश्चिम बंगाल के जायरीन जत्थे ने सोमवार शाम हंगामा खड़ा कर दिया। दरगाह में मन्नत के धागा बांधने व कव्वाली के दौरान जायरीन ने तबला बजाने का विरोध किया। जायरीन व कव्वाल में हुई खींचतान के बाद दरगाह परिसर में हालात तनावपूर्ण हो गए। पुलिस ने जायरीन दल को स्थानीय रीति-रिवाज व परम्परा के मुताबिक जियारत करने की नसीहत देते हुए बाहर कर दिया। कोलकाता से जायरीन का जत्था शाम को दरगाह जियारत करने पहुंचा। जायरीन दल ने जियारत के बाद मन्नत का धागा (लच्छा) बांधने व दरगाह परिसर में कव्वाली गाने पर विरोध जताया। जायरीन ने एक कव्वाल को कव्वाली बंद कर उठाने का प्रयास किया। इस पर कव्वाल और जायरीन में धक्का-मुक्की की नौबत आ गई।

यह देखकर खादिम भी पहुंच गए। यहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव किया। खादिमों ने जायरीन से दरगाह में वर्षों से चली आ रही परम्परा का हवाला दिया। सूचना मिलते ही उप अधीक्षक दरगाह जीवनराम, एसएचओ दरगाह मानवेन्द्रसिंह, एसएचओ गंज अरविन्दसिंह पुलिस जाप्ते के साथ पहुंच गए। इधर पुलिस लाइन्स से अतिरिक्त जाप्ता पहुंचा। पुलिस ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद जायरीन को स्थानीय परम्परानुसार ही जियारत की नसीहत दी। पुलिस ने मामला शांत करने के लिए जायरीन के दल को दरगाह से बाहर कर दिया।

कव्वाल ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष जायरीन दल पर खींचतान करने और ढोलक तोडऩे का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले में शिकायत मिलने पर कार्रवाई की बात कही।जानकारों के मुताबिक पश्चिम बंगाल में इन दिनों छुट्टियां चल रही है। ऐसे में कोलकाता से 27 बसों में करीब एक हजार जायरीन दरगाह जियारत करने अजमेर आए हैं। पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए दरगाह में अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात कर दिया।

पश्चिम बंगाल का जायरीन दल जियारत करने आए थे। उन्होंने स्थानीय परम्पराओं को लेकर विरोध किया। कव्वाल से विवाद बढऩे पर समझाइश की। जायरीन दल को शांति बनाए रखने और स्थानीय परम्पराओं के मुताबिक जियारत करने के पाबंद किया है।
-जीवनराम, सीओ दरगाह