तंत्र-मंत्र का खुद पीएम लेते हैं सहारा : नीतीश

दरभंगा/बेनीपुर : वजीरे आल नीतीश कुमार ने पीर को वजीरे आजम नरेंद्र मोदी के आरोप पर पलटवार किया और कहा कि तंत्र-मंत्र का सहारा मैं नहीं, बल्कि वजीरे आजम खुद लेते हैं। हाल ही में वजीरे आजम की हाथ की लकीर के माहिर बेजान दारुवाला से मुलाकात हुई। उन्होंने उनसे हाथ दिखा कर अपना मुस्तकबिल जाना। सीएम ने कहा कि बिहार की अवाम मन बना चुकी है। उन्हें बिहारी वजीरे आला ही चाहिए। नीतीश का पलटवार, दिखायी ज्योतिषी के साथ पीएम की तसवीर, कहा

बहादुरपुर एसेम्बली हल्के के तारालाही मिडिल स्कूल और बेनीपुर एसेम्बली हल्के के बहेड़ा हाइस्कूल के मैदान में मुनक्कीद इजलास में नीतीश कुमार ने कहा, मैं अहंकारी नहीं, बिहारी हूं। बिहार के इज्ज़त के साथ खिलवाड़ कभी बरदाश्त नहीं करूंगा। बिहार अपने बलबूते पर आगे बढ़ रहा है। आप लोगों ने मौका दिया, तो आगे भी इंसाफ के साथ सबका तरक्की करूंगा। उन्होंने नाम लिये बगैर वजीरे आजम और भाजपा पर वार करते हुए कहा कि कई कनफूंकवा घूम रहे हैं। समाज में फिरका वराना तशद्दुद फैलाना चाह रहे हैं। उनसे अलर्ट रहें। समाज में इत्तिहाद रहेगी, तो बिहार को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने कहा कि वजीरे आजम बनने के 14 माह बाद उन्हें बिहार याद आया। लोकसभा इंतिख़ाब में लोगों से किये उनके वादे हवा-हवाई हो गये। लोगों की थाली से दाल गायब हो गयी। हर-हर मोदी अब अरहर मोदी बनेंगे।

नीतीश कुमार ने वजीरे आजम के बयानों को कबीले एतराज़ बताया। कहा कि उनकी जुबान कबीले एतराज़ वाली ज़ुबान हो गयी है। लोगों के अच्छे दिन तो आये नहीं, अब लोग उनसे पुराने दिन ही लौटा देने की बात कह रहे हैं।

उन्होंने पीएम को चैलेंज देते हुए कहा कि तरक्की के मुद्दे पर जब चाहे, जहां चाहे बहस कर सकते हैं। जगह और वक़्त वह ही मुकर्रर करें।

वजीरे आला ने कहा कि हमने कभी मजहब की बुनियाद पर रिज़र्वेशन की बात नहीं कही। इम्तियाज़ी सुलूक से जातीय झगड़ा फैलता है। हम सभी मजहब की सियासत करते हैं। पीएम की तरफ से 25 सालों के काम का हिसाब मांगने पर उन्होंने कहा कि अवाम उनसे 17 माह का हिसाब मांग रही है। पहले वे इसका हिसाब दें।