नई दिल्ली: तंबाकू चबाने पर रोक क्यों नहीं? ऐसा करने से गुटखा और पान मसाले से खतरे को खत्म किया जा सकेगा। दिल्ली हाईकोर्ट ने आज खाद्य सुरक्षा एवं स्टांडर्डस अथॉरीटी ऑफ इंडिया (FSSAI) यह सवाल किया और यह जानना चाहा कि केंद्र या किसी राज्य सरकार ने ऐसा कदम उठाया है या नहीं न्यायाधीश संजीव सचदी ने यह सवाल किया कि पान मसाला और गुटखा पर रोक लगाया क्यों न किया जाए।
प्राधिकरण का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील एम परचा ने बताया कि तंबाकू चबाने वाली वस्तुओं पर अलग अवरोध की जरूरत नहीं है क्योंकि गुटखा पर रोक से संबंधित घोषणा द्वारा इन सभी को कवर किया गया है। अदालत एक याचिका की सुनवाई कर रही थी जिसमें गुटखा पर रोक से संबंधित घोषणा को चुनौती देते हुए संपादित इच्छा की गई।