इराक और सीरिया में सारी हदें पार कर चुके तंज़ीम इस्लामिक स्टेट (आईएस) को कब्ज़ा किये कम से कम 11 तेल कुओं को चलाने के लिए उसे माहिरीन ऑयल प्लांट मैनेजरों की जरूरत आन पड़ी है। इसके लिए इस्तेहार जारी किया है। इसमें मैनेजरों को 1.4 लाख ब्रिटिश पाउंड (करीब 1.5 करोड़ रूपए) सालाना तंख्वाह समेत दिगर सहूलियात का लालच दिया गया है।
अब तक तंज़ीम तरबियत याफ्ता इंजीनियरों को धमका रहा था कि अगर काम छोड़ा तो उनके खानदान वाले मार दिए जाएंगे। इसके बावजूद कई इंजीनियरों ने मना कर दिया, जिन्होंने काम किया भी, उनमें प्रोडक्शन की कमी दिखी। तंज़ीम को बड़ा झटका तब लगा, जब कुओं में एक के बाद एक हादसे होने लगे। लिहाजा अच्छी तंख्वाह और सहूलियात के जरिए मैनेजरों की तलाश शुरू करना तंज़ीम की मजबूरी है।
बताया जा रहा है कि मशरिकी वस्ती (Middle East) की सियासत और तेल पर नजर रखने वाले वाशिंगटन वाके सलाहकार मैथ्यू एम रीड ने कहा कि, इन तेल कुओं से पैदावार तेल के खरीदार भी नहीं हैं। माना जा रहा है कि इस वक्त इन कुओं का तेल तबकार (Radioactive) है। कोई इसे हाथ नहीं लगाना चाहता। यहां से निकला ज्यादातर तेल मुकामी और आसपास के तस्करों के हाथों बेचा जा रहा है, जिनसे तंज़ीम को मुनाफा होता नहीं दिख रहा।