तकर्रुरी लेटर बांटने के बाद भी खाली रह गयीं 42 हजार सीटें

रियासत में कैंप के जरिये टीचर के उम्मीदवारों के दरमियान तकर्रुरी लेटर बांटने के बाद भी भारी तादाद में सीटें खाली रह गयीं हैं। प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के लिए 22 जिलों में तकर्रुरी लेटर बांट दिये हैं, इसके बाद भी तकरीबन 42 हजार सीटें खाली रह गयीं हैं। महज़ 16 हजार उम्मीदवारों के दरमियान तकर्रुरी लेटर बांटा जा सका है। पहले मरहले में दो फरवरी से सात फरवरी तक दस जिलों में तकर्रुरी खत बांटे गये थे।

इसमें 24,967 खाली जगहों पर उम्मीदवारों के दरमियान तकर्रुरी लेटर बांटा जाना था, लेकिन 5,936 को ही तकर्रुरी खत मिला। पहले मरहले में असातिज़ा के 19,034 ओहदे खाली रह गये। पहले मरहले में मुंसिपल कॉर्पोरेशन, शहर पंचायत के लिए जिला सतह पर लगे कैंप में 735, ब्लॉक असातिज़ा (क्लास छह से आठ) के लिए लगे कैंप में 4,981, ब्लॉक में पंचायत असातिज़ा (क्लास एक से पांच) के 4,853 ओहदे और पंचायतों के असातिज़ा के 8,845 ओहदे खाली रह गये।

यही हाल कैंपों के दूसरे मरहले में भी देखने को मिला। दूसरे मरहले में 12 जिलों में तकर्रुरी लेटर बांटे गये। ये कैंप जिलों में आठ से 12 फरवरी तक चला। तालीम महकमा में जिलों से आये अदाद के मुताबिक पंचायत सतह के असातिज़ा को छोड़कर मुंसिपल कॉर्पोरेशन, शहर पंचायत के लिए जिला सतह पर लगे कैंप में 580, ब्लॉक सतह (क्लास छह से आठ) के असातिज़ा के लिए लगे कैंप में 7,609 और ब्लॉक सतह के पंचायत असातिज़ा (क्लास एक से पांच) के 6,190 ओहदे खाली रह गये। दूसरे मरहले में पंचायत सतह के असातिज़ा के ओहदे को छोड़ कर 20,444 ओहदे में से 6,065 ओहदों पर तकर्रुरी खत बांटे गये हैं। इसमें 14,379 ओहदे खाली रह गये।

क्यों खाली रह गयीं सीटें?

तालीम महकमा ने मंसूबा बंदी के यूनिटों को ओहदे से दस गुणा मेधा फेहरिस्त तैयार करने की हिदायत दिया था, बावजूद इसके ओहदे खाली रह गये। एक ही उम्मीदवार के कई मंसूबा यूनिट में दरख्वास्त देने की वजह से यह हालत पैदा हुई है। ज़्यादा पॉइंट्स लाने वाला उम्मीदवार ने जहां-जहां दरख्वास्त दिया था, वहां-वहां वो फेहरिस्त में आया, लेकिन वो किसी एक ही जगह पर तकर्रुरी लेटर ले सका। बाकी जगहों पर फेहरिस्त में उसके नीचे आने वाले उम्मीदवार को मौका मिला। खातून, उर्दू समेत कुछ तबके में भी उम्मीदवार नहीं मिले हैं, जिससे ओहदे खाली रह गये।

‘‘ जिन उम्मीदवारों को कैंपों के जरिये तकर्रुरी खत नहीं मिल सका है, उन्हें एक और मौका दिया जायेगा। 22 फरवरी को कैंपों के जरिये तकर्रुरी अमल पूरी होने के बाद तालीम महकमा तमाम जिलों की रिपोर्ट की तजवीज करेगी। फिर से कैंप लगा कर उम्मीदवारों के दरमियान तकर्रुरी खत बांटा जायेगा। दोबारा लगने वाले कैंप में फेहरिस्त में आने वाले जो उम्मीदवार तकर्रुरी खत नहीं लेंगे उनका दरख्वास्त खुद बख़ुद मंसूख हो जायेगा।