तमाम तबक़ात की भलाई के लिए कई स्कीमात रोशनास

हैदराबाद 11 जून: चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने मेदक के अरावली में मुख़्तलिफ़ तरक़्क़ीयाती कामों में हिस्सा लिया। उन्होंने मुक़ामी किसानों और नौजवानों के लिए मुख़्तलिफ़ स्कीमात के तहत फ़वाइद का एलान किया। उन्होंने मौज़ा के बेरोज़गार नौजवानों में ट्रैक्टर्स की तक़सीम अमल में लाई। चीफ़ मिनिस्टर के हाथों 42 ट्रैक्टर्स तक़सीम किए गए जिनके इस्तेमाल के ज़रीये बेरोज़गार नौजवान अपनी आमदनी ख़ुद हासिल कर सकेंगे।

इस मौके पर मुख़ातिब करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि हर तबक़ा की भलाई के लिए हुकूमत ने स्कीमात का आग़ाज़ किया है और वो चाहते हैं कि स्कीमात के फ़वाइद हक़ीक़ी मुस्तहक़्क़ीन तक पहुंचीं। चीफ़ मिनिस्टर ने डबल बेडरूम मकानात की फ़राहमी का यकीन देते हुए कहा कि मकानात की तकमील जलद अमल में आएगी और उनकी तक़सीम दरअसल ग़रीबों के लिए किसी ईद से कम नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अरावली के हर ग़रीब ख़ानदान को डबल बेडरूम मकान फ़राहम किया जाएगा। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि असरी टेक्नालोजी से आरास्ता करने के लिए अरावली और नरसिम्हापेट मवाज़आत के हर घर को इंटरनेट कनेक्शन फ़राहम करने का फ़ैसला किया गया है और इस सिलसिले में रीलाईनस कंपनी ने अपनी ख़िदमात का पेशकश किया है। उन्होंने कहा कि हर घर को गोदावरी का पानी 24 घंटे फ़राहम किया जाएगा और इस सिलसिले में स्कीम आख़िरी मराहिल में है। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि हर घर के लिए एक टैंक की तामीर के ज़रीये पानी का ज़ख़ीरा किया जा सकता है। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि अरावली मौज़ा एक ख़ुद मुकतफ़ी मौज़ा बन चुका है और अवाम हुकूमत की स्कीमात से बेहतर तौर पर इस्तेफ़ादा करते हुए अपनी मआशी सूरत-ए-हाल बेहतर बनारहे हैं।

उन्होंने कहा कि गोदावरी के पानी की सरबराही स्कीम पर अंदरून दो साल अमल किया जाएगा जिससे किसानों को हस्ब-ए-ज़रूरत आबपाशी के लिए पानी सेराब होपाए गा। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि हालिया अरसा में हुई बेहतर बारिश और बेहतर मानसून के इमकानात को देखते हुए तेलंगाना में किसानों की दूसरी फ़सल को कोई नुक़्सान का अंदेशा नहीं है। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की जारीया साल तेलंगाना में बेहतर फ़सलें होंगी। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि 2800 एकर अराज़ी पर ड्रिप इरीगेशन स्कीम के तहत पानी सरबराह किया जा रहा है और ये स्कीम कामयाब साबित हुई है। उन्होंने अवाम से अपील की कि वो हुकूमत की स्कीमात पर अमल आवरी में अपना हिस्सा अदा करें क्युं कि जब तक हुकूमत को अवाम का तआवुन हासिल नहीं होगा उस वक़्त तक बेहतर नताइज की उमीद नहीं की जा सकती।