अल्हाज क़मर उल-इस्लाम वज़ीर बराए अक़लियती बहबूद ओ मुंसिपल इंतेज़ामीया कर्नाटक सदर उमय्या वज़ीरे आला के पेश करदा साल 2014 – 15 के बजट की सताइश करते हुए कहा हैके उन्हें तवक़्क़ो नहीं थी कि सदर उमय्या अक़लियतों के साथ् दुसरे तमाम तबकों के लिए इतना बेहतरीन बजट पेश करेंगे।
उन्होंने रियासत के अवाम को फिर से देवराजअरस के दौर की सुनहरी याद ताज़ा करवा दी है। बजट में अक़लियतों के लिए जहां उन्होंने (800) करोड़ का फ़ंड मुख़तस किया है इस के अलावा उन्होंने जो दुसरे शोबों की स्कीमों जारी कीं हैं उन से अक़लियतों को तक़रीबन (11500) करोड़ का फ़ायदा होगा।
क़मर उल-इस्लाम ने बताया हैके वज़ीर-ए-आला ने हाउज़िंग स्कीम में आशयए मकानात और दूसरी सकीमात के तहत हासिल करदा जिन क़र्ज़ा जात की माफ़ी का एलान किया है इस से एसे मकानात के लिए क़र्ज़ा हासिल करने वाले अक़लियती तबक़ा को भी तक़रीबन (300) करोड़ की राहत मिलेगी।
वज़ीर-ए-आला ने बजट में ये एलान भी किया हैके अक़लियती और लिसानी तालीमी इदारों के ख़ाली ओहदे भर्ती करने की तरफ ख़ुसूसी तवज्जा दी जाएगी।
साबिक़ा हुकूमत में निसाबी किताबों में ज़ाफ़रानी रंग भरने की जो साज़िश रचाई गई थी इस के पेशे नज़र निसाबी किताबों के मवाद का जायज़ा लेने माहिरीन की कमेटी तशकील देने और निसाब में समाजी इत्तेहाद , अख़लाक़ी क़दरों , और पर्सनालिटी डेवलपमेंट की तरफ तवज्जा दी जाएगी। और निसाब को मयारी बनाया जाएगा। 23 अज़ला में डिस्ट्रिक्ट माईनारेटी वेलफेयर के दफ़ातिर क़ायम में बक़ीया (7) अज़ला में भी इस तरह के दफ़्तर क़ायम किए जाऐंगे।