तमाम मज़ाहिब का एहतेराम ख़्वाजा अजमेरी (रह०) की तालीम

अजमेर, 15 मई: (पी टी आई) सूफ़ी बुज़ुर्ग हज़रत ख़्वाजा मोइनउद्दीन चिश्ती अजमेरी ( रह०) के 801 वीं उर्स के मौक़े पर वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने अजमेर में वाकेए दरगाह हज़रत ख़्वाजा ग़रीबनवाज़ के लिए अपनी तरफ़ से बसद अक़ीदत‍ओ‍ एहतेराम चादर का नज़राना रवाना किया है।

वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर में मुमलिकती वज़ीर वी नारायण स्वामी ने डाक्टर मनमोहन सिंह की नुमाइंदगी करते हुए चादर का नज़राना पेश किया। वज़ीर-ए-आज़म ने इस मौक़े पर एक पैग़ाम भी रवाना किया, जिस में कहा गया है कि उर्स शरीफ़ का मौक़ा पर दुनिया के मुख़्तलिफ़ गोशों से अजमेर पहूंचने वाले ज़ायरीन ख़्वाजा ग़रीबनवाज़ ( रह०) के लिए नेक तमन्नाएं पेश करते हुए मुझे अज़हद ख़ुशी महसूस हो रही है।

डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि एक ऐसे वक़्त जब अजमेर की एक दरगाह शरीफ़ में एक अज़ीम सालाना रुहानी तक़रीब का इनइक़ाद अमल में लाया जा रहा है इस मौक़े पर में इस अज़ीम सूफ़ी बुज़ुर्ग हस्ती को रुहानी उलूम से सरशार हयात और तालीमात को याद दिलाना ज़रूरी समझता हूँ।

हज़रत ख़्वाजा मोईन उद्दीन चिश्ती (रह०) ने हमेशा ही तमाम मज़ाहिब के एहतेराम का दरस दिया है। आप की ये तालीमात हर दौर से हम आहंग हैं। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के पैग़ाम में मज़ीद कहा गया कि आज जैसा कि लोग दुवाओं और रुहानी तसकीन के लिए अजमेर की इस दरगाह में जमा हो रहे हैं, इस मौक़ा पर याद रखना भी मुसावियाना तौर पर ज़रूरी है कि हज़रत ख़्वाजा मोईन उद्दीन चिश्ती ( रह०) की तालीमात आज भी इस दुनिया में काबिल अमल, एहमीयत-ओ-इफ़ादीयत के हामिल हैं, जिस दुनिया में हम ज़िंदगी बसर कर रहे हैं।

डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि ज़िंदगी के हर क़दम पर और हर शोबा में हम अपने साथी इंसानों का एहतेराम करें और ज़रूरतमंदों की ज़रूरीयात को पूरा करें तो इस सूरत में ही हम एक मुंसिफ़ाना, मज़ीद इंसानियत परवर और पुरअमन दुनिया बना सकते हैं। अगर हम ऐसा कर लेते हैं तो ये दरअसल ख़्वाजा साहब के नज़रियात-ओ-तालीमात पर अमल आवरी की हक़ीक़ी मिसाल होगी।

इस मौक़ा पर ख़ादिम सैय्यद ग़नी गरदीजी ने इस मौक़ा पर मुल्क की तरक़्क़ी-ओ-ख़ुशहाली और वज़ीर-ए-आज़म की सेहत, वज़ीर-ए-आज़म के लिए दुआ की। मर्कज़ी वुज़रा, वी नारावना स्वामी, सचिन पायलेट, और रुकन पार्लीमेंट आशिक़ अली हेलीकाप्टर के ज़रीया दरगाह शरीफ़ पहुंचे थे। उन्होंने जन्नती दरवाज़ा से गुंबद शरीफ़ पहूंच कर चादर चढ़ाई।

राजस्थान के वज़ीर-ए-सेहत ए ए ख़ां, मुमलिकती वज़ीर नसीम अख़्तर, रुकन पार्लीमेंट प्रभाकर ठाकुर के इलावा कई सीनीयर कांग्रेस क़ाइदीन और आला सरकारी ओहदेदार भी मौजूद थे। अंजुमन कमेटी और दरगाह कमेटी ने वज़ीर-ए-आज़म का नज़राना हासिल किया।