सहाफी खातून के साथ रेप के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट से Anticipatory bail की दरखास्त खारिज होने और मुंबई में मुतास्सिरा सहाफी खातून के बयान दर्ज कराने के बीच गोवा पुलिस ने मुल्क भर में इमीग्रेशन चेकपोस्ट अलर्ट जारी कर कहा है कि तहलका के चीफ एडीटर तरुण तेजपाल मुल्क छोड़कर भागने न पाएं। तेजपाल की दोस्त बताई जा रहीं पब्लिशर उर्वशी बुटालिया ने मंगल के रोज़ को तहलका की अंदरूनी जांच कमीशन की सदारत से इन्कार कर दिया। गोवा खातून कमीशन ने मुल्ज़िम तरुण तेजपाल समेत तहलका की मैनेजिंग एडीटर शोमा चौधरी को गिरफ्तार करने की मांग की है।
मंगल की दोपहर गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने मुतास्सिरा सहाफी खातून के बयान दर्ज होने के कुछ ही पलों बाद सभी हवाई अड्डों और बंदरगाहों को अलर्ट जारी कर दिया गया। गोवा के Sub – Inspector General ओपी मिश्रा ने बताया कि मुतास्सिरा ने मुंबई पहुंची खुसूसी टीम के सामने बयान दर्ज करा दिए हैं। हालांकि, उन्होंने ज्यादा मालूमात देने से इन्कार कर दिया। जांच में किसी तरह के सियासी मुदाखिलत से इन्कार करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम पेशेवर नियमों के तहत कार्रवाई कर रहे हैं।’ इससे पहले मुतास्सिरा ने गोवा पहुंचकर आफीसरों के सामने बयान दर्ज कराने की खाहिश भी जताई थी। मुतास्सिरा ने जांच आफीसरो को बताया कि, ‘तेजपाल रसूख वाले शख्स हैं। इसी वजह से शिकायत दर्ज कराने में देरी हुई।’
इधर, तेजपाल की गिरफ्तारी पर दिल्ली हाई कोर्ट ने रोक लगाने से इन्कार कर दिया है। जस्टिस सुनीता गुप्ता ने मामले में गोवा पुलिस को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। अब मामले की सुनवाई बुध के रोज़ होगी। हाई कोर्ट ने कहा कि मुल्ज़िम ने दरखास्त में एफआइआर की कापी नहीं लगाई है।
ऐसे में बिना केस देखे अदालत फैसला नहीं सुना सकती। तेजपाल की ओर से सीनीयर वकील केटीएस तुलसी और गीता लूथरा ने दलील दी कि गोवा के हयात होटल की सीसीटीवी फुटेज से तेजपाल की बेगुनाही साबित हो सकती है, लेकिन गोवा पुलिस इसे दरकिनार कर रही है। उन्होंने कहा कि मुबय्यना वाकिया के बाद दस दिन की ताखीर दिखा रही है कि मुतास्सिरा ने किसी के बहकावे में आकर शिकायत की है। बचाव पार्टी के वकीलों ने कहा कि तेजपाल ने बीजेपी लीडर बंगारू लक्ष्मण समेत कई बड़े लीडरों का स्टिंग ऑपरेशन किया है, जिसका बदला लेने के लिए उन पर इल्ज़ाम मढ़ा जा रहा है। गोवा पुलिस ने तेजपाल की Anticipatory bail की दरखास्त पर ऐतराज़ जताते हुए कहा कि यह आबरूरेज़ि का मामला है और इल्ज़ाम संगीन हैं। लिहाजा, तेजपाल को Anticipatory bail नहीं दी जाए।
इस बीच, पब्लिशर बुटालिया ने शोमा चौधरी को लिखे खत में विशाखा Directions – Guidelines के तहत मैग्जीन की तरफ से तश्कील अंदरूनी जांच कमीशन की सदारत करने से इन्कार कर दिया है। तहलका ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर मंगल के रोज़ कहा कि, ‘पिछले जुमेरात से मैग्जीन उर्वशी बुटालिया समेत इनाक्षी गांगुली, शर्मिला टैगोर, जस्टिस लीला सेठ, प्रेम शंकर झा, उमा चक्रवर्ती, वृंदा ग्रोवर और कुछ दिगर अहम हस्तियों से कमीशन की सदारत की गुजारिश कर चुकी है। मैग्जीन ने मुतास्सिरा से भी नाम सुझाने को कहा था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।’
‘एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी कर दिया गया है, ताकि मुल्ज़िम तेजपाल मुल्क छोड़कर भाग न पाए। जांच के आफीसरों ने मुतास्सिरा से बात की और उन्होंने खुसूसी टीम के साथ पूरी मदद की ।’
-ओपी मिश्रा, डीआइजी, गोवा पुलिस
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‘मामला सियासत से मुतास्सिर है। इसमें गोवा के वज़ीर ए आला दिलचस्पी दिखा रहे हैं। मुतास्सिरा ने बयान तक दर्ज नहीं कराए हैं। फिर भी गोवा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।’
-बचाव फरीक़ के वकील