तलबा में दीनी शऊर बेदार करना ज़रूरी

जमात-ए-इस्लामी हिंद आरमोर के ज़ेर‍ ए‍ एहतेमाम तलबा और तालिबात के लिए अक़ाइद पर मबनी किताब दीन इस्लाम का मुख़्तसर तआरुफ़ तर्तीब दी गई जिसकी रस्म इजरा की तक़रीब कल बाद नमाज़ इशा दफ़्तर जमात-ए-इस्लामी हिंद आरमोर पर मुनाक़िद हुई।

इस प्रोग्राम का आग़ाज़ हाफ़िज़ जनाब शेख़ इबराहीम की तिलावत कलाम पाक से हुआ। जिस के बाद मौलाना मुफ़्ती नूर आलम मज़ाहरी ने किताब के मुताल्लिक़ कहा कि ये किताब मुख़्तसर और जामि अंदाज़ में लिखी गई है जो चार हिस्सों पर मुश्तमिल है। इस्लाम के अरकान-ए-ईमान के अरकान-ए-इस्लाम के माख़ज़ और सीरत और कहा कि मोलफ़ मौसूफ़ ने ये किताब तलबा-ए-ओ- तालिबात के लिए तर्तीब दे कर दीन की ख़िदमत का शर्फ़ हासिल किया है।

और साथ ही साथ मुस्लमानों के लिए आसानी पैदा कर दी है क्योंकि आम मुस्लमान मोटी मोटी किताबें नहीं पढ़ते और कहा कि किताब पढ़ने के बाद उन्हों ने ये महसूस किया कि बहुत सारी मालूमात को आमफहम ज़बान में पेश किया गया है। ताकि आसानी से समझ में आ जाए। किताब के मोलफ़ जनाब मुहम्मद अबदुल्लाह (लेक़्चरर) ने मुख़ातिब करते हुए कहा कि जमात के मुक़ामी ज़िम्मेदार जनाब अबदुर्रहमान ख़ालिद ने इनको ये ज़िम्मेदारी दी थी कि तलबा-ए-ओ- तालिबात में दीनी शऊर को बेदार करने की ख़ातिर एक मुख़्तसर और मुफ़ीद किताब तर्तीब दे ।

इस तक़रीब के मौक़ा पर जनाब हबीब उद्दीन मोतमिद मर्कज़ी कमेटी आरमोर, जनाब मुहम्मद ज़हीर अली , मुख़्तलिफ़ मीडीया के सहाफ़ी, उलमाए दीन, मालमीन, तलबा‍ ए और औलयाए तलबा-ए-, मुअज़्ज़िज़ इन आरमोर प्रकट की कसीर तादाद ने शिरकत की।

इस प्रोग्राम की कार्रवाई बिरादर असलम बिन मुहसिन ने चलाई। इंशाअल्लाह बहुत जल्द मज़कूरा किताब को अहम बुक स्टाल्स पर रवाना किया जाएगा। इस किताब का अंग्रेज़ी और तेलगू ज़बान में तर्जुमा मुकम्मल हो चुका है। इंशाअल्लाह अनक़रीब उस की तबाअत भी मुकम्मल हो जाएगी।

मज़ीद तफ्सीलात के लिए इस नंबर पर राबिता किया जा सकता है। 9704950418 ख़ाहिशमंद अफ़राद इस किताब को नैशनल बुक डिपो अहमदी बाज़ार, निज़ामाबाद से हासिल कर सकते हैं