पाकिस्तान की अदालते उज़्मा ने तलवर के शिकार पर आइद की गई मुकम्मल पाबंदी को कलअदम क़रार दे दिया है। इस परिंदे को आलमी सतह पर मादूमी के ख़तरे से दोचार परिंदों की फ़ेहरिस्त में शामिल किया जा चुका है और एक अंदाज़े के मुताबिक़ दुनिया भर में उनकी तादाद सिर्फ़ 97000 रह गई है।
गुज़िश्ता अगस्त में सुप्रीमकोर्ट ने इस ज़िमन में दायर दरख़ास्त पर फ़ैसला सुनाते हुए उस के शिकार पर मुकम्मल पाबंदी आइद की थी। जुमा को पाबंदी कलअदम क़रार दिए जाने का फ़ैसला अदालते उज़्मा के जज मियां साक़िब निसार की सरब्राही में पाँच रुक्नी बेंच ने कसरत राय से दिया।
बेंच में जस्टिस क़ाज़ी फ़ाइज़ ईसा ने इस फ़ैसले से इत्तिफ़ाक़ ना करते हुए इख़तिलाफ़ी नोट तहरीर किया। इस नसल के परिंदे पाकिस्तान के जुनूब और जुनूब मग़रिबी इलाक़ों में मौसमे सरमा के दौरान बड़ी तादाद में आते हैं जिनका शिकार करने के लिए अरब ममालिक के शाही ख़ानदानों के लोग भी इन इलाक़ों का रुख करते हैं।